Write an Essay on Festivals of India(Bharat ke tyohar) in hindi
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भारत को अगर पर्व और त्यौहारों का देश कहा जाए तो गलत न होगा। जितने
त्यौहार इस देश में मनाये जाते हैं, शायद ही किसी और देश में मनाये जाते
होंगे। यहाँ अनेकता में एकता की झलक खासतौर पर त्यौहारों के मौकों पर ही
देखने को मिलती है। पर्व और त्यौहारों का सिलसिला यहाँ वर्ष भर जारी रहता
है। भारत में मनाये जाने वाले त्यौहारों की लम्बी सूची है, जिसमें से
प्रमुख त्यौहार निम्न हैं:
होली: 'होली' हिन्दुओं का प्रसिद्द पर्व है। यह प्रतिवर्ष फाल्गुन माह क़ी पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसे रंगों के त्यौहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन लकड़ी क़ी होलिका बनाकर जलाया जाता है तथा प्रातःकाल रंग-बिरंगे विभिन्न रंगों से एक दुसरे को रंग कर रंगों का त्यौहार मनाते हैं।
होली: 'होली' हिन्दुओं का प्रसिद्द पर्व है। यह प्रतिवर्ष फाल्गुन माह क़ी पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसे रंगों के त्यौहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन लकड़ी क़ी होलिका बनाकर जलाया जाता है तथा प्रातःकाल रंग-बिरंगे विभिन्न रंगों से एक दुसरे को रंग कर रंगों का त्यौहार मनाते हैं।
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आज का युग विज्ञान का युग है । बीसवीं शताब्दी में मनुष्य का चाँद पर पदार्पण मानव-जाति के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है । जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में नित नए अनुसंधान एवं प्रयोगों के माध्यम से मनुष्य बहुआयामी विकास की ओर अग्रसर हुआ है ।
भारत में मनाये जाने वाले त्यौहारों की लम्बी सूची है, भाषाओें, प्रातों व भिन्न भिन्न सम्प्रदायों द्वारा एक साथ त्योहार मनाने से पारस्परिक सौहार्द एवं स्नेह की भावनायें पुनजींवित होती हैं। हमारे त्योहार अधिकतर ऋतु चक्र के अनुसार मनाये जाते हैं। सभी त्योहार जनमानस को खुशियाँ, उल्लास व उत्साह प्रदान करते हैं। ‘रक्षा बन्धन’ का त्योहार भाई बहन के सम्बन्धों को प्रगाढ़ बनाता है और भाई जीवनभर बहन की रक्षा का वचन लेता है। विजयदशमी बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है। ‘दीपावली’ में दीपों के साथ हमारे जीवन में भी नयी रोशनी जागृत होती है।
मुस्लमान भाईयों की ईद, मुहर्रम, सिक्खों की बैसाखी, लोहड़ी, ईसाईयों का क्रिसमस सभी त्योहार समाज में नवीनता एवं खुशियाँ लाते हैं। मनुष्य के जीवन की नीरसता को दूर करते हैं और लोगों को दान दक्षिणा आदि सत्कर्म करने की प्रेरणा देते हैं।
भारत में मनाये जाने वाले त्यौहारों की लम्बी सूची है, भाषाओें, प्रातों व भिन्न भिन्न सम्प्रदायों द्वारा एक साथ त्योहार मनाने से पारस्परिक सौहार्द एवं स्नेह की भावनायें पुनजींवित होती हैं। हमारे त्योहार अधिकतर ऋतु चक्र के अनुसार मनाये जाते हैं। सभी त्योहार जनमानस को खुशियाँ, उल्लास व उत्साह प्रदान करते हैं। ‘रक्षा बन्धन’ का त्योहार भाई बहन के सम्बन्धों को प्रगाढ़ बनाता है और भाई जीवनभर बहन की रक्षा का वचन लेता है। विजयदशमी बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है। ‘दीपावली’ में दीपों के साथ हमारे जीवन में भी नयी रोशनी जागृत होती है।
मुस्लमान भाईयों की ईद, मुहर्रम, सिक्खों की बैसाखी, लोहड़ी, ईसाईयों का क्रिसमस सभी त्योहार समाज में नवीनता एवं खुशियाँ लाते हैं। मनुष्य के जीवन की नीरसता को दूर करते हैं और लोगों को दान दक्षिणा आदि सत्कर्म करने की प्रेरणा देते हैं।
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