Write an Essay on Globalization and Hindi in Hindi
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वैश्विकरण या ग्लोबलाइजेशन वह प्रक्रिया है, जिसमें व्यापार, सेवाओं या तकनीकियों का पूरे संसार में वृद्धि, विकास और विस्तार किया जाता है। यह विभिन्न व्यापारों या व्यवसायों का पूरे संसार के विश्व बाजार में विस्तार करना है। विश्वभर में आर्थिक अन्तर्निहिता के लिए बहुत बड़े स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय निवेश की आवश्यकता है, जिससे बहुत बड़े बहुराष्ट्रीय कारोबार का विकास किया जा सके। इसके लिए वैश्विक बाजार में व्यवासायों के परस्पर सम्पर्क और आन्तरिक आत्मनिर्भरता को भी बढ़ाना होगा। पिछले कुछ दशकों में, वैश्विकरण या ग्लोबलाइजेशन ने तकनीकी उन्नति का रुप ले लिया है, जिसके परिणामस्वरुप लोगों के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर यात्रा, संचार और व्यापार आसान हो गया है। एक तरफ, जहाँ ग्लोबलाइजेशन (वैश्विकरण) ने लोगों की तकनीकी तक पहुँच को आसान बना दिया है वहीं दूसरी तरफ, इसने प्रतियोगिता में वृद्धि करके सफलता के अवसरों में कमी की है।
Answer:
आज के युग में व्यवसाय तेजी से बढ़ रहे हैं और ये केवल एक देश में सीमित न होकर कई देशों तक अपनी पहुँच बना रहे हैं। व्यवसाय का एक देश से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति बनाना ही वैश्विकरणर कहलाता है। वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण सामान्यतः अपने व्यवसाय के सेवा क्षेत्र को दुसरे देशों तक बढ़ाना है। यदि कोई व्यवसाय अपने काम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाता है और किसी दुसरे राष्ट्र में स्थापित करता है तो इसके लिए बहुत बड़ा अंतर्राष्ट्रीय निवेश चाहिए होता है। हालंकि इससे बहुत फायदे होते हैं।
वैश्वीकरण एक व्यवसाय या कंपनी पर कई तरह से असर करता है। सबसे अहम् होता है की इससे एक व्यवसाय के अधिक ग्राहक बनते हैं क्योंकि यह अपने देश के साथ साथ दुसरे देशों में भी पाने उत्पाद पहुंचा सकता है। इसके साथ ही यदि चीन जैसे देशो में यदि कोई व्यवसाय को स्थापित करता है तो वहां के सस्ते श्रमिक दर का फायदा मिलता है और इससे उत्पादन लागत में कमी आती है। अतः वैश्वीकरण व्यवसाय के लिए लाभकारी है।