Write An Essay On Nanaji Deshmukh In Marathi
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चंडिकादास अमृतराव देशमुख को नानाजी देशमुख के नाम से भी जाना जाता है (11 अक्टूबर 1916 - 27 फरवरी 2010) भारत के एक समाज सुधारक थे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में काम किया। उन्हें 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें मरणोपरांत भारत सरकार द्वारा भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। वे भारतीय जनसंघ के नेता थे और राज्य सभा के सदस्य भी थे।
नानाजी देशमुख (जन्म : ११ अक्टूबर १९१६, चंडिकादास अमृतराव देशमुख - मृत्यु : २७ फ़रवरी २०१०) एक भारतीय समाजसेवी थे। वे पूर्व में भारतीय जनसंघ के नेता थे। १९७७ में जब जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उन्हें मोरारजी-मन्त्रिमण्डल में शामिल किया गया परन्तु उन्होंने यह कहकर कि ६० वर्ष से अधिक आयु के लोग सरकार से बाहर रहकर समाज सेवा का कार्य करें, मन्त्री-पद ठुकरा दिया। वे जीवन पर्यन्त दीनदयाल शोध संस्थान के अन्तर्गत चलने वाले विविध प्रकल्पों के विस्तार हेतु कार्य करते रहे। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया। अटलजी के कार्यकाल में ही भारत सरकार ने उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वालम्बन के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिये पद्म विभूषण भी प्रदान किया। 2019 में उन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया।
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