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Independence day in hindi 200
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इस वर्ष भारत अपना 74वा स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। १५ अगस्त १९४७ को हमारा देश ब्रिटिश शासन से पूरी तरह आज़ाद हुआ था। इस दिन को हम सभी भारतवासी बहुत ही उत्साह और गौरव के साथ मनाते हैं। आज़ादी मिलने के बाद हर वर्ष हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन सभी सरकारी कार्यालय जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस आदि में अवकाश होता है। इसके साथ ही सभी स्कूल और ऑफिस में तिरंगा फहराया जाता है। इस पोस्ट के माध्यम से 15 अगस्त पर निबंध प्राप्त किया जा सकता है। स्वतंत्रता दिवस पर आधारित किसी भी निबंध प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए छात्र यहां से Independence Day Essay in Hindi प्राप्त कर सकते हैं
राष्ट्रीय स्तर पर 15 अगस्त पर्व का मुख्य आयोजन दिल्ली के लाल किले में हर वर्ष आयोजित किया जाता हैं | इस समारोह को देखने के लिए भारी संख्या में जनसमूह उमड़ आता हैं, इस अवसर पर लाल किले का प्रांगण एवं सड़के खचाखच भर जाती हैं. यहाँ प्रधानमंत्री जी के आगमन के साथ ही कार्यक्रम का शुभारम्भ हो जाता हैं | साथ ही देश के प्रधानमन्त्री लाल किले के सम्मानीय मंच पर जाकर समस्त देशवासियों का अभिनन्दन व स्वागत करते हैं तथा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने के साथ ही कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हो जाती हैं. ध्वजारोहण के समय सेना की 21 तोपों द्वारा तिरंगे झंडे को सलामी दी जाती हैं.
ही देश के प्रधानमन्त्री लाल किले के सम्मानीय मंच पर जाकर समस्त देशवासियों का अभिनन्दन व स्वागत करते हैं तथा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने के साथ ही कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हो जाती हैं. ध्वजारोहण के समय सेना की 21 तोपों द्वारा तिरंगे झंडे को सलामी दी जाती हैं.इसके बाद इसी मंच से प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संबोधन देते हैं, जिसमें सरकार के अहम कार्यों को जनता के सामने लाया जाता है व पड़ोसी देशों को भी इस देश प्रधान्मन्त्री द्वारा संदेश दिया जाता हैं. इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी न्यूज चैनल्स पर लाइव दिखाया जाता हैं. प्रधानमंत्री के भाषण की समाप्ति पर उनके द्वारा तीन बार जय हिन्द का नारा उद्घोष किया जाता हैं, वहां उपस्थित लाखों लोग देश के नायक की राग में राग मिलाते हैं. आजादी दिवस के इस अवसर पर देश के सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों कॉलेजों एवं दफ्तरों में शान से तिरंगा फहराकर राष्ट्र गान गाया जाता हैं. अलग अलग प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं. समारोह के अंत में प्रतिभाशाली बालकों एवं कार्यक्रम में शिरकत करने वाले बच्चों को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया जाता हैं. तथा मिष्ठान वितरण के साथ इस आयोजन का समापन होता हैं. आज का दिन मंगल पांडे, सुभाषचंद्र चंद्र बोस, भगतसिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खां, चन्द्र शेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु जैसे अनगिनत उन वीर सपूतों को याद करने का अवसर हैं. जिन्होंने देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी थी. प्रत्येक नागरिक को इस दिन अपने वीर अमर सपूतों की कुर्बानी का स्मरण करना चाहिए.