write the paragraph of Taliban in Afghanistan in hindi
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जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.उन्होंने कहा, "हम अमेरिका, तुर्की और दूसरे सहयोगियों से बात कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट से असैनिक विमानों का संचालन जारी रह सके. हमें तालिबान से भी बातचीत जारी रखनी पड़ेगी और हम वही कर रहे हैं."
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.उन्होंने कहा, "हम अमेरिका, तुर्की और दूसरे सहयोगियों से बात कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट से असैनिक विमानों का संचालन जारी रह सके. हमें तालिबान से भी बातचीत जारी रखनी पड़ेगी और हम वही कर रहे हैं."हालाँकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तालिबान इसके लिए तैयार होगा या नहीं क्योंकि उसने सोमवार को कह दिया था कि 31 अगस्त तक सभी विदेशी सैनिकों को बाहर निकल जाना होगा.
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.उन्होंने कहा, "हम अमेरिका, तुर्की और दूसरे सहयोगियों से बात कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट से असैनिक विमानों का संचालन जारी रह सके. हमें तालिबान से भी बातचीत जारी रखनी पड़ेगी और हम वही कर रहे हैं."हालाँकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तालिबान इसके लिए तैयार होगा या नहीं क्योंकि उसने सोमवार को कह दिया था कि 31 अगस्त तक सभी विदेशी सैनिकों को बाहर निकल जाना होगा.तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा था कि अगर ये समयसीमा बढ़ी तो इसके नतीजे महँगे होंगे.
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.उन्होंने कहा, "हम अमेरिका, तुर्की और दूसरे सहयोगियों से बात कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट से असैनिक विमानों का संचालन जारी रह सके. हमें तालिबान से भी बातचीत जारी रखनी पड़ेगी और हम वही कर रहे हैं."हालाँकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तालिबान इसके लिए तैयार होगा या नहीं क्योंकि उसने सोमवार को कह दिया था कि 31 अगस्त तक सभी विदेशी सैनिकों को बाहर निकल जाना होगा.तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा था कि अगर ये समयसीमा बढ़ी तो इसके नतीजे महँगे होंगे.जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि 31 अगस्त के बाद काबुल एयरपोर्ट तभी खुला रह सकेगा जब उसकी सुरक्षा सुनिश्चित हो.
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने बताया है कि इस बारे में तुर्की, अमेरिका और तालिबान के साथ बातचीत की जा रही है.उन्होंने कहा, "हम अमेरिका, तुर्की और दूसरे सहयोगियों से बात कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट से असैनिक विमानों का संचालन जारी रह सके. हमें तालिबान से भी बातचीत जारी रखनी पड़ेगी और हम वही कर रहे हैं."हालाँकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तालिबान इसके लिए तैयार होगा या नहीं क्योंकि उसने सोमवार को कह दिया था कि 31 अगस्त तक सभी विदेशी सैनिकों को बाहर निकल जाना होगा.तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा था कि अगर ये समयसीमा बढ़ी तो इसके नतीजे महँगे होंगे.जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि 31 अगस्त के बाद काबुल एयरपोर्ट तभी खुला रह सकेगा जब उसकी सुरक्षा सुनिश्चित हो.इस बारे में आज जी-7 देशों की आपात बैठक में भी चर्चा हो सकती है