Write your experience on summer vacation . How did you spend your holidays with your parents and sublings and friends and relatives
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भारत के अनेक प्रधानमंत्री हुए, लेकिन जब हम उन्हीं में से एक ऐसे व्यक्ति की बात करते हैं, जिसमें सच्चे देशभक्त के सभी गुण विद्यमान थे, तो सीना गर्व से फूल जाता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं लालबहादुर शास्त्री जी की। शास्त्री जी का जन्म बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था। बचपन ही निर्धनता एवं कष्ट में बीता। जिस समय वे भारत के प्रधानमंत्री बने, उस समय देश के सामने असंख्य समस्याएँ मुँह खोले खड़ी थीं। लेकिन उन्होंने बड़े धैर्य के साथ सभी का सामना किया। उस समय अमेरिका से गेहूँ का आयात किया जाता था। अमेरिका इस बात के लिए मनमानी शर्तें रखता था, जो कि शास्त्री जी को पसंद नहीं थी। उन्होंने देशवासियों को संदेश दिया कि "पेट पर रस्सी बाँधो, साग-सब्ती ज्यादा खाओ, सप्ताह में एक दिन का उपवास रखो। बेइज्जती की रोटी से इज्जत की मौत ज्यादा अच्छी " प्रधानमंत्री पर होते हुए भी उनके पास अपना कोई निजी घर नहीं था। उन्होंने देश के जवानों और किसानों के महत्व को पहचानते हुए 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया। वे एक अनुकरणीय नेता थे।
(क) लालबहादुर शास्त्री के ज़िक्र से सीना गर्व से क्यों फूल जाता है?
(ख) शास्त्री जी का बचपन किस प्रकार की स्थितियों में बीता?
(ग) प्रधानमंत्री का पद सँभालने के बाद शास्त्री जी के सामने कौन-सी बड़ी समस्या आई?
(घ) शास्त्री जी ने देशवासियों को क्या संदेश दिया? (ङ) जवानों और किसानों के लिए शास्त्री जी ने क्या नारा दिया तथा क्यों?
(च) उक्त गद्यांश का उचित शीर्षक क्या होना चाहिए?
Explanation:
भारत के अनेक प्रधानमंत्री हुए, लेकिन जब हम उन्हीं में से एक ऐसे व्यक्ति की बात करते हैं, जिसमें सच्चे देशभक्त के सभी गुण विद्यमान थे, तो सीना गर्व से फूल जाता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं लालबहादुर शास्त्री जी की। शास्त्री जी का जन्म बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था। बचपन ही निर्धनता एवं कष्ट में बीता। जिस समय वे भारत के प्रधानमंत्री बने, उस समय देश के सामने असंख्य समस्याएँ मुँह खोले खड़ी थीं। लेकिन उन्होंने बड़े धैर्य के साथ सभी का सामना किया। उस समय अमेरिका से गेहूँ का आयात किया जाता था। अमेरिका इस बात के लिए मनमानी शर्तें रखता था, जो कि शास्त्री जी को पसंद नहीं थी। उन्होंने देशवासियों को संदेश दिया कि "पेट पर रस्सी बाँधो, साग-सब्ती ज्यादा खाओ, सप्ताह में एक दिन का उपवास रखो। बेइज्जती की रोटी से इज्जत की मौत ज्यादा अच्छी " प्रधानमंत्री पर होते हुए भी उनके पास अपना कोई निजी घर नहीं था। उन्होंने देश के जवानों और किसानों के महत्व को पहचानते हुए 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया। वे एक अनुकरणीय नेता थे।
(क) लालबहादुर शास्त्री के ज़िक्र से सीना गर्व से क्यों फूल जाता है?
(ख) शास्त्री जी का बचपन किस प्रकार की स्थितियों में बीता?
(ग) प्रधानमंत्री का पद सँभालने के बाद शास्त्री जी के सामने कौन-सी बड़ी समस्या आई?
(घ) शास्त्री जी ने देशवासियों को क्या संदेश दिया? (ङ) जवानों और किसानों के लिए शास्त्री जी ने क्या नारा दिया तथा क्यों?
(च) उक्त गद्यांश का उचित शीर्षक क्या होना चाहिए?