योग कैसे करें ? Yoga Techniques and Poses in Hindi
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योग – Yoga Ki Jankari
भारतीय संस्कृति में योग का बड़ा महत्व है। ऋषि मुनियों के जमाने से इन्सान योग आसनो की मदद से स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ रखने के उपाय करता आ रहा है। योग की मदद से शरीर को ताकत मिलती है। रोग कष्ट दूर होते हैं। और मन आनंदित तथा प्रफुल्लित महेसूस करता है। भक्ति, कर्म, ध्येय तथा स्वास्थ्य जैसे अलग अलग ध्येय सिद्ध करने के लिए योग का सहारा लिया जाता है। इस लेख में स्वास्थ्य से जुड़े हुए चुनिन्दा योग-आसन को करने के तरीके और फायदे बताए गए हैं।
Yoga Kaise Kare – Yog Ke Prakar
Padmasana Yoga Kaise kare?
पद्मासन करने के लिए सवप्रथम जमीन पर एक चटाई बिछा कर सामान्य रीत से बैठ जाएँ। और फिर अपने दोनों पैरो को मोड़ते हुए अपनी जांघों के ऊपर एक एक के ऊपर एक लगा लें। (चीत्र में दिखाये अनुसार)
Benefits of Padmasana
पेट अंदर रहता है। बाहर नहीं निकलता। रीड की हड्डी पर ज़ोर कम पड़ता है। पैरो की मांस पेशियाँ मजबूत होती हैं।
Vajrasana Yoga Kaise Kare?
कंबल बिछा कर सामान्य ढंग से बैठ जाये और तशरीफ के बल बैठे। बैठे हुए ही अपने दोनों पैरो को पीछे की और मौड़ कर घुटनो के बल पैरो पर बैठ जाएँ। और अपनी कमर को सीधा कर लीजिये। और अपने घुटनों पर दोनों हाथ आराम से रख कर उसी अवस्था में थोड़ी देर तक बैठे रहें। अगर ज़्यादा देर तक बैठे रहे सकें तो भी इस आसान से कुछ हानी नहीं होती है।
Benefits of vajrasana
पाचन तंत्र को मजबूत करने का यह उत्तम तरीका है। रक्त प्रवाह को इस आसान से गति मिलती है। नाड़ी मजबूत होती है। घुटनो के दर्द को दूर करने में भी यह आसन काम आता है। यह आसन पेट के रोगो से मुक्ति पाने में भी मदद करता है।
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भारतीय संस्कृति में योग का बड़ा महत्व है। ऋषि मुनियों के जमाने से इन्सान योग आसनो की मदद से स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ रखने के उपाय करता आ रहा है। योग की मदद से शरीर को ताकत मिलती है। रोग कष्ट दूर होते हैं। और मन आनंदित तथा प्रफुल्लित महेसूस करता है। भक्ति, कर्म, ध्येय तथा स्वास्थ्य जैसे अलग अलग ध्येय सिद्ध करने के लिए योग का सहारा लिया जाता है। इस लेख में स्वास्थ्य से जुड़े हुए चुनिन्दा योग-आसन को करने के तरीके और फायदे बताए गए हैं।
Yoga Kaise Kare – Yog Ke Prakar
Padmasana Yoga Kaise kare?
पद्मासन करने के लिए सवप्रथम जमीन पर एक चटाई बिछा कर सामान्य रीत से बैठ जाएँ। और फिर अपने दोनों पैरो को मोड़ते हुए अपनी जांघों के ऊपर एक एक के ऊपर एक लगा लें। (चीत्र में दिखाये अनुसार)
Benefits of Padmasana
पेट अंदर रहता है। बाहर नहीं निकलता। रीड की हड्डी पर ज़ोर कम पड़ता है। पैरो की मांस पेशियाँ मजबूत होती हैं।
Vajrasana Yoga Kaise Kare?
कंबल बिछा कर सामान्य ढंग से बैठ जाये और तशरीफ के बल बैठे। बैठे हुए ही अपने दोनों पैरो को पीछे की और मौड़ कर घुटनो के बल पैरो पर बैठ जाएँ। और अपनी कमर को सीधा कर लीजिये। और अपने घुटनों पर दोनों हाथ आराम से रख कर उसी अवस्था में थोड़ी देर तक बैठे रहें। अगर ज़्यादा देर तक बैठे रहे सकें तो भी इस आसान से कुछ हानी नहीं होती है।
Benefits of vajrasana
पाचन तंत्र को मजबूत करने का यह उत्तम तरीका है। रक्त प्रवाह को इस आसान से गति मिलती है। नाड़ी मजबूत होती है। घुटनो के दर्द को दूर करने में भी यह आसन काम आता है। यह आसन पेट के रोगो से मुक्ति पाने में भी मदद करता है।
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