युग-युग तक चलती रहे कठोर कहानी,
रघुकुल में थी एक अभागिन रानी,
निज जन्म-जन्म में सुने जीव यह मेरा,
धिक्कार! उसे था महा स्वार्थ ने घेरा,
"सौ बार धन्य वह एक लाल की माई
जिस जाननी ने है जना भरत सा भाई"
पागल सी प्रभु के साथ सभा चिल्लाई,
सौ बार धन्य वह एक लाल की माई।"
*
1. रघुकुल में यह अभागिन रानी कौन थी?
1 point
(क) कैकेयी
O (ख) सुमित्रा
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the right answer is kakaye
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सही जवाब है....
कैकेयी
स्पष्टीकरण:
रघुकुल में उस अभागन रानी का नाम कैकेयी था, जो राजा दशरथ की अति प्रिय रानी और राजा दशरथ के चार पुत्रों राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न में से भरत की माँ थी। रघुकुल के यशस्वी राजा दशरथ ने तीन विवाह किए थे। पहला कौशल्या, दूसरा कैकेयी और तीसरा सुमित्रा से। कैकेयी राजा दशरथ को अति प्रिय रानी थी। जिनके पुत्र का नाम भरत था। कौशल्या के पुत्र का नाम राम और सुमित्रा के दो पुत्रों का नाम लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न था। कैकयी ने अपने पुत्र भरत को अयोध्या का राज सिंहासन दिलाने के स्वार्थवश राजा दशरथ से उनके सबसे बड़े पुत्र राम को 14 वर्षों तक वनवास भेजने का वरदान मांग लिया था ताकि वह अपने पुत्र भरत को राज सिंहासन पर बैठा सकें।
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