युगपुरुष महात्मा गांधी पर निबंध
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Explanation:
आज जिस भारत के खुले प्रांगण में हम चैन की साँफ हैं और सुख की नींद जो रहे हैं, तो यह गाँधीजी के ही प्रयासों का परिणाम है । उन्होंने भारत को अंग्रेजी शासन से मुक्ति दिलाई और सोने की चिड़िया कहे जाने वाले प फिर से खुले आकाश में विचरण करने का अवसर प्रदान किया ।
स्वाधीनता दिलाने में जो उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उससे सभी परिचित हैं । ‘सत्य एवं अहिंसा’ के मार्ग पर चलते हुये उन्होंने अनेक आन्दोलन चलाये और प्राय: सफलता भी प्राप्त की, भले अनेक यातनाएँ सहनी पड़ी, जेल जाना पड़ा, भूखा रहना पड़ा, किन्तु यह अपने क से विचलित नहीं हुये अपितु सम्पूर्ण राष्ट्र की जनता उनके साथ हो ली ।
वह केवल आन्दोलनकर्ता ही नहीं अपितु महान दार्शनिक भी थे । उन्होंने एक आदर्श राष्ट्र एवं समाज की स्थापना हेतु विभिन्न सिद्धान्तों का वर्णन ही नहीं किया अपितु अमल में भी लाये तथा जनता से भी यही अनुरोध किया कि यह भी इन्हें व्यावहारिक रूप में अपनायें तो एक आदर्श समाज की स्थापना हो सकती है ।
चिन्तनात्मक विकास:
आज जिस भारत के खुले प्रांगण में हम चैन की साँफ हैं और सुख की नींद जो रहे हैं, तो यह गाँधीजी के ही प्रयासों का परिणाम है । उन्होंने भारत को अंग्रेजी शासन से मुक्ति दिलाई और सोने की चिड़िया कहे जाने वाले प फिर से खुले आकाश में विचरण करने का अवसर प्रदान किया ।
स्वाधीनता दिलाने में जो उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उससे सभी परिचित हैं । ‘सत्य एवं अहिंसा’ के मार्ग पर चलते हुये उन्होंने अनेक आन्दोलन चलाये और प्राय: सफलता भी प्राप्त की, भले अनेक यातनाएँ सहनी पड़ी, जेल जाना पड़ा, भूखा रहना पड़ा, किन्तु यह अपने क से विचलित नहीं हुये अपितु सम्पूर्ण राष्ट्र की जनता उनके साथ हो ली ।
वह केवल आन्दोलनकर्ता ही नहीं अपितु महान दार्शनिक भी थे । उन्होंने एक आदर्श राष्ट्र एवं समाज की स्थापना हेतु विभिन्न सिद्धान्तों का वर्णन ही नहीं किया अपितु अमल में भी लाये तथा जनता से भी यही अनुरोध किया कि यह भी इन्हें व्यावहारिक रूप में अपनायें तो एक आदर्श समाज की स्थापना हो सकती है ।
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