यासुकी - चान को क्या था?(1)
'2'चिड़िया की बच्ची' नामक पाठ के लेखक का नाम क्या है ?(1)
'3 'अपूर्व अनुभव 'नामक पाठ में बच्चे किसे अपनी निजी संपत्ति मानते थे?(1)
4 तोतो चान की नजरें झूठ बोलते समय नीचे क्यों थी ?(2 )
5माधव दास ने चिड़िया को क्या-क्या प्रलोभन दिया ?(5)
Answers
Explanation:
यासुकी - चान को क्या था?(1)
यासुकी-चान को पोलियो था, इसलिए वह न तो किसी पेड़ पर चढ़ पाता था और न किसी पेड़ को निजी संपत्ति मानता था। जबकि जापान के शहर तोमोए में हर एक बच्चे का एक निजी पेड़ था। तोत्तो-चान जानती थी कि यासुकी-चान आम बालक की तरह पेड़ पर चढ़ने के लिए इच्छुक है।
2'चिड़िया की बच्ची' नामक पाठ के लेखक का नाम क्या है ?(1)
चिड़िया की बच्ची" के पाठ के लेखक जैनेंद्र कुमार है।
3 'अपूर्व अनुभव 'नामक पाठ में बच्चे किसे अपनी निजी संपत्ति मानते थे?(1)
यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति इसलिए नहीं मानते थे, क्योंकि वह पोलियो से ग्रस्त था, वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था इसलिए वे किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति नहीं मानता था।
4 तोतो चान की नजरें झूठ बोलते समय नीचे क्यों थी ?(2 )
तोत्तो-चान अपनी माँ के इच्छा के विरूद्ध झूठ बोलकर यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए लेकर जा रही थी। कही उसकी चोरी पकड़ी न जाए। इसी डर के कारण झूठ बोलते समय तोत्तो-चान की नज़रें नीचे थी।
5माधव दास ने चिड़िया को क्या-क्या प्रलोभन दिया ?(5)
माधवदास ने चिड़िया को सोने का एक घर बनवाने जिसमें मोतियों की झालर लटकी होगी और पानी पीने की कटोरी भी सोने की होगी, मालामाल करने और ढेर सारा सोना देने का प्रलोभन दिया। उससे यह भी कहा कि बगीचे के फूल उसके लिए खिला करेंगें।