Hindi, asked by sathawneravidas432, 1 month ago

यात्रा के लिए आरक्षण करने की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कीजिए तथा आरक्षण का नमूना फॉर्म भरकर अपनी कॉपी में चिपकाइए।​

Answers

Answered by shuklaatharva72
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Explanation:

उन्नाव. कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा यात्री भारत की रेल में रोजाना यात्रा करते हैं। देश की यातायात व्यवस्था पूरी तरह रेल पर निर्भर है। रेल की तरफ से यात्रियों को आरक्षण में कई सुविधाएं प्रदान की गई है। जिन के विषय में रिजर्वेशन काउंटर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। इन सुविधाओं के विषय में कोई सूचना आरक्षण केंद्र परिसर में नहीं दी गई है। जिससे यात्री अपने अधिकारोंं की जानकारी से वंचित है। ऐसे में पत्रिका ने स्थानीय रिजर्वेशन काउंटर पर मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक से बातचीत कर रेल द्वारा मिलने वाली सुविधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त की।

 

फार्म भरने के समय सावधानी बरतनी है

मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक विनोद कुमार ने बताया कि रेलवे लंबी दूरी के यात्रियों के लिए कई सुविधाएं देती हैं। जिसमें रिजर्वेशन टिकट ट्रेन बदलने की भी सुविधा शामिल है। इसके लिए उन्होंने उदाहरण दिया कि उन्नाव से कोई यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने लखनऊ होकर जाना चाहता है तो उसे रिजर्वेशन फार्म भरते समय सावधानी बरतनी चाहिए। रिजर्वेशन फॉर्म में गाड़ी संख्या यानी ट्रेन नंबर, यात्रा की तारीख यानी डेट ऑफ जर्नी, श्रेणी, बर्थ या सीटों की संख्या, स्टेशन से, जिस स्टेशन तक, यात्रा आरंभ करने का स्टेशन, तक आरक्षण आदि कालम होते हैं।

 

वापसी में भी मिलती है यही सुविधा

मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक ने बताया कि 'स्टेशन से' वाले कॉलम में आपको जहां से यात्रा शुरू कर रहे हैं उस स्टेशन का भरना चाहिए। जिस 'स्टेशन तक' आप यात्रा करना चाहते हैं उसके बाद वाले कॉलम में आपको स्टेशन का नाम भरना है। इसके नीचे आपको यात्रा आरंभ करने का स्टेशन में स्टेशन नाम लिखना है। इसके बाद स्टेशन तक आरक्षण में आपको जहां से रिजर्वेशन गाड़ी पकड़नी है। उस स्टेशन का नाम लिखना पड़ेगा।

 

उदाहरण के लिए उन्होंने बताया

उदाहरण देते हुए विनोद कुमार ने बताया कि जैसे दीपांशु शुक्ला को उन्नाव से जम्मू की यात्रा करनी है और अपना रिजर्वेशन हिमगिरि में कराना चाहता है। तो उसे दो गाड़ियों में रिजर्वेशन कराना पड़ेगा। एक वह गाड़ी जो उन्नाव से लखनऊ तक पहुंचाती है। दूसरी मुख्य गाड़ी जो हिमगिरि जो लखनऊ से जम्मू ले जाएगी। पहले रिजर्वेशन में आपको रिजर्वेशन चार्ज देना पड़ेगा। जबकि दूसरा रिजर्वेशन '0' चार्ज पर होगा। इस सुविधा के लेने से दीपांशु शुक्ला को यात्रा करने वाले दिन उन्नाव से लखनऊ के लिए अतिरिक्त टिकट के लिए न तो लाइन में लगना पड़ेगा और ना ही अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़ेंगे। जिससे समय, परेशानी के साथ पैसे की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि यही सुविधा वापसी में भी मिलती है। जम्मू से उन्नाव का टिकट होगा। रिजर्वेशन लखनऊ तक रहेगा। आपको तारीख चेंज करने के पहले यात्रा पूरी करनी होगी।

 

अंजू बाला ने बताया गंभीर बीमारी व डॉक्टरों को भी मिलती है रियायत

उपरोक्त जानकारी देने में रिजर्वेशन क्लर्क अंजू बाला का भी महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने बताया कि रेलवे गंभीर बीमारियों के यात्रियों को भी टिकट वह आरक्षण में विशेष रियायत देती है। साथ में सहयोगी को भी छूट मिलती है। इसी के साथ ट्रेन में यात्रा करने वाले डॉक्टरों को भी रेल छूट देती है। लेकिन इसके साथ उन्हें फार्म भरना पड़ता है कि आवश्यकता पड़ने पर रेल यात्री को मेडिकल सुविधा डॉक्टर के द्वारा प्रदान की जाएगी।

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