यात्रा और यात्री का भावार्थ bataiye
and plzz jise aata ho plzz wahi answer de or jisse nhi ata hai plzz wo answer na de
plzz follow me
Attachments:
Answers
Answered by
0
Answer:
यात्रा और यात्री कविता का अर्थ... संदर्भ — यह कविता हिंदी के जाने-माने कवि हरिवंश राय बच्चन द्वारा लिखी गई है। ... भावार्थ — कवि कहता है, हे यात्री जीवन के इस सफर में तुझे हमेशा चलते ही रहना है। जब तक तेरी सांस चल रही है, चलना तेरा धर्म है, चलना तेरा कर्म है।
Answered by
0
Answer:
hope it will help you
if yes then mark as brainlist and like also
u m following you
have a good day ahead
Explanation:
यह कविता हिंदी के जाने-माने कवि हरिवंश राय बच्चन द्वारा लिखी गई है। इस यात्रा में कवि ने जीवन रूपी यात्री को निरंतर चलने रहने के लिए प्रेरित किया है। भावार्थ — कवि कहता है, हे यात्री जीवन के इस सफर में तुझे हमेशा चलते ही रहना है। जब तक तेरी सांस चल रही है, चलना तेरा धर्म है, चलना तेरा कर्म है। ko
Similar questions