ये दादी जी
र आएंगे
के रे तीस गेलो के बाद ब्द आहे कितया मोहर
कितना
सुधाकमा प्रभात है पो पर कुछ पर अोष लालिमा जाप
सूर देखो कितना प्यारा
क्तिमा गीतलहैमानो संसार को लीप
बाडदे रही
फी
और सम
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