yada yada hi dharmasya glanirbhavati Bharat abhuthanamadharmasya tdatmanam srajamyaham
paritranay sadhuna vinashaychdushkrata dharmsansrmthapnadharya
sambhavami yuge yuge
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Sanskrit
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इस श्लोक का अर्थ है
जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म अपने चरम पर होता है तब तब मैं( श्रीकृष्ण) साधुओ की रक्षा के लिए युगों युगों में प्रकट होता हूँ।
ऐसा लोग मानते है पर वास्तविक अर्थ है
जब जब मन मे धर्म की हानि होती है, मैन म् जब बुराइयां प्रवेश करती है तब तब मन से साधुओ की रक्षा म् मैं सहायता करता हूँ।
अगर आपको अपनी कॉपी में लिखना हो तो पहला अर्थ लिखे।
उम्मीद है मैंने आपकी सहायता की।
धन्यवाद
जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म अपने चरम पर होता है तब तब मैं( श्रीकृष्ण) साधुओ की रक्षा के लिए युगों युगों में प्रकट होता हूँ।
ऐसा लोग मानते है पर वास्तविक अर्थ है
जब जब मन मे धर्म की हानि होती है, मैन म् जब बुराइयां प्रवेश करती है तब तब मन से साधुओ की रक्षा म् मैं सहायता करता हूँ।
अगर आपको अपनी कॉपी में लिखना हो तो पहला अर्थ लिखे।
उम्मीद है मैंने आपकी सहायता की।
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