yadi main parivahan mantri hota essay in hindi only
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यदि मैं परिवहन मंत्री होता (निबंध)
यदि मैं परिवहन मंत्री होता तो मैं ट्रैफिक के नियमों में सबसे पहले सुधार करता और ट्रैफिक पुलिस को ईमानदार और पारदर्शी बनाने की कोशिश करता। मैं प्रदूषण का स्तर मापने के लिए उच्च तकनीक वाली मशीनों की व्यवस्था करता और चालान की व्यवस्था को खत्म कर देता। उन मशीनों से वाहनों का प्रदूषण मापने पर तुरंत वाहन का लाइसेंस निरस्त करने की व्यवस्था करता, जिससे सड़क पर प्रदूषण वाले वाहनों पर अंकुश लगता।
मैं ट्रैफिक पुलिस को ईमानदार और पारदर्शी बनाने की व्यवस्था करता। जिससे थोड़े बहुत पैसे लेकर लोगों द्वारा ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले कार्य अंकुश लगता। मैं हेलमेट पहनना सबके लिए अनिवार्य कर देता और बिना हेलमेट वाले किसी भी व्यक्ति को पैसे के चालान की जगह 10 दिन की कैद की व्यवस्था करता। जिससे उसे सबक मिले और वह हेलमेट के बिना नहीं निकले।
मैं ट्रैफिक व्यवस्था को हाईटेक और अत्याधुनिक करने की कोशिश करता। जिससे ट्रैफिक संबंधी कार्यों में पारदर्शिता और तेजी आए। मैं एंबुलेंस और अन्य इमरजेंसी वाहनों के लिए रास्ता मिले इसके लिये उचित व्यवस्था करता।
सिग्नल तोड़ने वालों के लिये मैं कड़े दंड की व्यवस्था करता। उन्हें कम से कम एक महीने की सजा की व्यवस्था करता और कोई पैसे वाला चालान नहीं। ताकि ऐसे लोगों को सबक मिले। अक्सरअमीर लोग पैसे का रौब दिखाकर नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। इसलिए मैं पैसे वाले चालान की जगह दंड की व्यवस्था करता।
मैं रिश्वतखोर ट्रैफिक कर्मियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए उन्हें तुरंत बर्खास्त करने का कदम उठाता। मैं लोकल ट्रांसपोर्ट में सुधार लाने का व्यवस्था करता और ड्राइवर तथा कंडक्टर को सवारी के प्रति शिष्टाचार और सभ्य व्यवहार करने के लिए सही प्रशिक्षण देता और उनके लिए कड़े नियम बनाता, ताकि वे सवारियों से बदतमीजी से बात ना करें।