yadi Sarvajanik yatayat ke sadhan nahi Hote To infac Kya Prabhav Padta likho Gaon in Hindi in Hindi
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यदि सार्वजनिक यातायात नहीं होता तो उसका क्या प्रभाव पड़ता
यदि सार्वजनिक यातायात के साधन नहीं होते तो आम लोगों को इधर-उधर जाने में बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता। क्योंकि किसी भी आम मध्यमवर्गीय व्यक्ति के लिए यह संभव नहीं होता कि वह अपना स्वयं का वाहन जैसे कि कार आदि खरीद सके। ऐसे में सार्वजनिक यातायात के साधन ही उसके लिए इधर-उधर जाने का एक मात्र साधन होते हैं।
सार्वजनिक यातायात के साधन नहीं होते तो हर तरह के क्षेत्र पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता क्योंकि लोग काम के सिलसिले में दूर-दूर नहीं जा पाते और उन्हें नजदीक में ही काम करना पड़ता। इससे रोजगार का व्यापक वितरण नहीं हो पाता।
सार्वजनिक यातायात के साधन न होने पर प्रदूषण के स्तर में भयानक स्तर पर वृद्धि होती क्योंकि लोगों को मजबूरी में अपना निजी वाहन खरीदना पड़ता। जिसके कारण सड़क पर निजी वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाती और उनके कारण होने वाला प्रदूषण भी बढ़ता, जिससे पर्यावरण का भारी नुकसान होता।
आज से समय में सार्वजनिक यातायात के अनेक साधन होने के बावजूद ट्रैफिक जाम की समस्य विकराल रूप धारण कर चुकी है, तो सार्वजनिक यातायात के साधन न होने की स्थिति में तो ट्रैफिक जाम की समस्या कितनी भयानक हो जाती, इसकी कल्पना करनी भी मुश्किल है।
अतः सावर्जनिक यातायात के साधन होना अत्यन्त आवश्यक हैं, इनके बिना आज के जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है।
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