Hindi, asked by am3360182, 5 months ago

यह संघ में लाएगी डोले शराबी नदी के नदी से जुड़ती है जीना हूं जो भी योग्य परी हरिचंद 24 फल है कि छूटती है बरौनी में तेरे ना जाबे ना उस पर पल में ना समाए को जानती है प्यारे तिहारे निहारे बिना अखियां दुखिया नहीं मानती है इस प्रेम माधुरी का दोहे का अर्थ बताओplz​

Answers

Answered by scholarship24
1

Answer:

Ans

जाति एक ऐसी व्यवस्था है, जिसके अन्तर्गत एक समाज अनेक आत्मकेन्द्रित एवं एक-दूसरे से पूर्णत: पृथक् इकाइयों (जातियों) में विभाजित रहता है, इन इकाइयों के बीच पारस्परिक सम्बन्ध ऊँच-नीच के आधार पर सांस्कारिक रूप से निर्धारित होते हैं।”

Similar questions