English, asked by vickybareth72, 7 months ago

यदि आपको अपने स्कूल के विकास के लिए संकेतक बनाने हो तो उसमें आप क्या क्या रखना चाहेंगे​

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Answered by mahakdohare5831
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Explanation:

भारत के विद्यालयों को छात्रों के सीखने के उत्कृष्टता केंद्रों में बदलने के स्वप्न को सच करने के लिए आवश्यक है कि विद्यालय प्रमुख अपने संपूर्ण कार्य जीवन में अपने कौशलों और ज्ञान का नवीकरण और अद्यतन करने का निजी दायित्व लें, क्योंकि वे ही इस आंदोलन के केंद्र-बिंदु हैं। व्यक्तिगत विकास आपके कौशलों और ज्ञान को विकसित करने, आकार देने और सुधार करने की जीवन-पर्यंत प्रक्रिया है ताकि विद्यालय की कार्य क्षेत्र में अधिकतम प्रभावकारिता और सकारात्मक आत्म-अवधारणा का विकास सुनिश्चित किया जा सके। व्यक्तिगत विकास का मतलब आवश्यक रूप से ऊर्ध्वगामी गति (यानी, पदोन्नति) ही नहीं होता। बल्कि, इसका मतलब अपने विद्यालय का नेतृत्व करने में अपने कार्य-प्रदर्शन का सुधार करने में आपको सक्षम करना है।

व्यक्तिगत विकास के लिए समय निकालना व्यस्त विद्यालय प्रमुखों के लिए चुनौती है। इसलिए यह इकाई आपके कार्यक्रम में जगह बनाने में आपको सक्षम करने के लिए दो महत्वपूर्ण मुख्य कौशलों पर ध्यान केंद्रित करती है: समय का प्रबंधन और प्रतिनिधित्व फिर यह इस बात की खोजबीन करेगी कि आपकी हरकतों को उद्देश्यपूर्ण (एक व्यक्तिगत विकास योजना के उपयोग से) और प्रभावी (SMART उद्देश्यों के उपयोग से) बनाते हुए व्यक्तिगत विकास के लिए निकाले गए आपके समय का सदुपयोग कैसे करना चाहिए।

स्वयं को विकसित करने के महत्व को नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (NUEPA) द्वारा 2014 में प्रकाशित नेशनल प्रोग्राम डिजाइन एंड करिकुलम फ्रेमवर्क में छह मुख्य क्षेत्रों में से एक के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इसे भारत में विद्यालयों का रूपांतरण और विद्यालय प्रमुखों का व्यावसायिक विकास संभव करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय प्रमुख में आत्म- विकास और संस्थागत विकास के लक्ष्यों के बीच सामंजस्य की जरूरत है।

सीखने की डायरी

इस इकाई में काम करते समय आपसे अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाने को कहा जाएगा। यह डायरी एक किताब या फोल्डर है जहाँ आप अपने विचारों और योजनाओं को एकत्र करते हैं। संभवतः आपने अपनी डायरी भरना शुरू कर दिया होगा।

इस इकाई में आप अकेले काम कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सीखने की चर्चा किसी अन्य विद्यालय प्रमुख के साथ कर सकें तो आप और भी अधिक सीखेंगे। यह कोई सहकर्मी हो सकता है जिसके साथ आप पहले से सहयोग करते आ रहे हैं, या कोई व्यक्ति जिसके साथ आप नए संबध का निर्माण करना चाहते हैं। इसे नियोजित ढंग से या अधिक अनौपचारिक आधार पर किया जा सकता है। आपकी सीखने की डायरी में बनाए गए आपके नोट्स इस प्रकार की बैठकों के लिए उपयोगी होंगे, और साथ ही आपकी दीर्घावधि की शिक्षण-प्रक्रिया और विकास का प्रतिचित्रण भी करेंगे।

इस इकाई से विद्यालय नेता क्या सीख सकते हैं

अपने कार्य की प्राथमिकता तय करना, अन्य लोगों को प्रतिनिधायन (Delegate) करना और अपने समय का प्रभावी उपयोग करना।

अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की योजना बनाना।

स्वयं के लिए SMART लक्ष्य निर्धारित करना।

1 विद्यालय प्रमुख के रूप में अपने काम को प्राथमिकता देना और अपने समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना

हर विद्यालय नेता किसी भी विद्यालयी दिन के दौरान अपने समय के लिए प्रतिस्पर्धी माँगों का सामना करता है। वह शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों या उनके विद्यालय में आने वाले शिक्षा अधिकारियों के साथ काम करता है। एक विद्यालय प्रमुख के रूप में, दबाव का एक संभावित स्रोत है सभी दैनंदिन समस्याओं के हल के लिए आपके शिक्षकों की आप पर निर्भरता, जिसके कारण विद्यालय के अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आपके पास प्रायः नहीं के बराबर समय बचता है। इसके अनचाहे परिणाम हो सकते हैं, जैसा कि केस स्टडी 1 दर्शाता है।

केस स्टडी 1: सुश्री मेहता का नेतृत्व

सुश्री मेहता दस वर्षों से एक माध्यमिक विद्यालय की विद्यालय प्रमुख हैं। उनका स्टाफ उन्हें अपना मददगार मानता है और उनकी जरूरत के सभी उत्तरों के लिए उनके पास जाता है। वे अपना हर एक विद्यालयी दिन दूसरों की मदद करने में बिताती हैं लेकिन इससे वे स्वयं के लिए तय किए गए कार्यों के लिए बहुत कम समय निकाल पाती हैं।

पिछले वर्ष भर वे अस्वस्थ रही हैं और अपने स्टाफ को सहायता का वैसा ही स्तर प्रदान करने में असमर्थ हैं जैसा वे पहले करती थीं। हालांकि उनका स्टाफ सहानुभूतिपूर्ण है, उन्हें लगता है कि उनके मानक गिर गए हैं और वे प्रश्न उठाने लगे हैं कि क्या उन्हें प्रतिस्थापित कर दिया जाय। खास तौर पर, यह स्पष्ट लग रहा है कि आकलन के लिए नई पहलें सारे कर्मचारियों को उचित ढंग से समझाई और सम्प्रेषित नहीं की जा रही हैं, और सुश्री मेहता स्वयं उन्हें स्पष्ट रूप से करके दिखाने या समझाने में असमर्थ हैं। हाल ही में विद्यालय प्रबन्ध समिति के साथ एक बैठक में, स्टाफ के एक प्रतिनिधि ने स्टाफ के मनोबल में गिरावट के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की। हालांकि अध्यापन और सीखने के मानक अच्छे बने हुए थो, विद्यालय प्रबन्ध समिति को चिंता थी कि यदि सुश्री मेहता अपने स्टाफ के साथ विद्यालय और अधिगम के परिवर्तनों का प्रभावी ढंग से नेतृत्व न कर पाईं तो छात्रों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना शुरू हो जाएगा।

Answered by bhunesh18
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Answer:

sahi hai answer kya batao fast

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