Science, asked by vijay3348, 9 months ago

यदि हम
काच के प्रिज्म के स्थान पर इसपात या लकड़ी के प्रिज्म का इस्तेमाल करेंगे तो क्या होगा ​

Answers

Answered by mannat2338
11

Explanation:

it don't act as prism..... seven color bond of rays won't scatter from it...

tysm ☺......plzz follow me... n like it

Answered by roopa2000
0

Answer:

यह प्रिज्म की तरह काम नहीं करता... किरणों का सात रंग का बंधन इससे नहीं बिखरेगा...

Explanation:

प्रकाश की किरणें कांच के स्लैब पर नहीं विभाजित होती हैं:

इसे प्रकाश का सम्मिलन कहते हैं। एक कांच के स्लैब में, किनारे जहां प्रकाश का अपवर्तनया reflection होता है,यह एक दूसरे के समदिशीय(जो एक सिरे से दूसरे सिरे तक समान अंतर) पर होते हैं, इस प्रकार से प्रकाश के सभी सात रंग एक समान मात्रा में और दोनों सतहों पर एक ही कोण से अपवर्तित होते हैं।

न्यूटन का प्रिज्म प्रयोग:

1665 में, इसहाक न्यूटन (Isaac Newton) ने खोजा था कि सफेद प्रकाश मे सात रंग होते हैं। उन्होंने खोज निकाल कि अगर श्वेत प्रकाश की एक किरण शीशे के प्रिज्म के जरीये से गुजरने के बाद, वह सात रंगों मे विभाजित या विभक्त हो जाती है। जैसे ये रंग हैं - लाल, नारंगी, पीला, हरा, ब्लू, इंडिगो और बैंगनी.

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