यदि हरिहर काका अपनी व्यक्तिगत का समस्या व सामाजिक समस्या से सभी को अवगत कराना चाहते तो वे संपादक को पत्र लिखते। उस पत्र का प्रारूप/रूपरेखा कैसी होती, इस पर विचार करते हुए पत्र लिखिए। cbse 10th hindi
Answers
Answer:
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय,
अमर उजाला शिमला,
विषय: सामाजिक जागरूकता |
महोदय,
मैं हरिहर हूं। मैं दसवीं कक्षा की संचेया पुस्तक में रहता हूं। मेरे पास 15 बीघा जमीन है और कुछ साल पहले मेरी दो पत्नियों की मृत्यु हो गई थी।
मैं अपने भाइयों और उनके परिवार के साथ रहता हूं। वे मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। तो मैं एक मंदिर में गया, वहाँ एक पंडित था जिसका नाम महंत था, मेरे साथ उसका व्यवहार बहुत अच्छा था। मैं उस पर बहुत विश्वास करता था, लेकिन वह एक ऐसे व्यक्ति में बदल गया, वह चाहता था कि मैं अपनी जमीन ठाकुरबाड़ी को दे दूं। मेरे भाई भी वह जमीन चाहते हैं।
कोई भी मुझे प्यार नहीं करता है वे सिर्फ मेरी संपत्ति चाहते हैं। लेकिन मैं इसे किसी को नहीं देना चाहता। मैं अभी मरना चाहता हूं। मैं मौत का इंतजार कर रहा हूं। मैं लोगों को जागरूक करना चाहता हूं कि हमें इस लालची दुनिया में किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
धन्यवाद
भवदीय,
हरिहर|