'यदि मैं अंतरिक्ष यात्री होती/
होता...' इस विषय पर अपने
विचार लिखिए।
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यदि मैं अंतरिक्ष यात्री होता तो मैं अन्य ग्रहों पर जानकारी पा सकता। अंतरिक्ष में घूमना एक अपने आप में बहुत अनोखी बात है अंतरिक्ष में बहुत सी सुंदर-सुंदर चीजें होती हैं जोकि इंसान को मोहित कर देती हैं। लेकिन अंतरिक्ष यात्री होना साधारण बात नहीं है हमें इसके लिए बहुत से अभ्यास करने पड़ते हैं, क्योंकि अंतरिक्ष में हवा नहीं होती तो अंतरिक्ष यात्रियों को एक सुरक्षा कवच दिया जाता है जिसे कहा जाता है स्पेस सूट उस स्पेस सूट को पहन कर अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में आंतरिक दबाव से सामना करने में सक्षम हो पाते हैं। यदि यदि हम यह सुरक्षा कवच नहीं पहनते तो हमारे शरीर के अंग फट जाएंगे और हमारी मृत्यु हो जाएगी। अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में जाकर बहुत से परीक्षाएं करनी पड़ती है जैसे खाना उगाने के परिक्षण करना में टेस्ट करना आदि। अलार्म भी शेफृ्ड दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं। अगर अगर मैं अपने नजरिए से अंतरिक्ष को देखूं तो मेरे लिए यह एक बहुत ही सुनहरे अवसर की तरह होगा, मुझे अंतरिक्ष बहुत पसंद है मेरी रुचि मुझे इसके बारे में बहुत जानकारी देती है अगर मैं बड़ा होकर अंतरिक्ष यात्री बनू तो मैं अपने देश और अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर देता।जब भी स्कूल कॉलेज में मुझसे पूछा जाता कि तुम्हें बड़े होकर क्या बनना है तो मेरा जवाब हमेशा अंतरिक्ष यात्री होता था। वाकई में, अंतरिक्ष यात्री का सपना देखना कोई आम बात नहीं है यह बहुत ही अनोखा सपना है। अगर हम किसी सपने को पूरा करने का दृढ़ निश्चय कर लें तो कोई भी दुनिया की ताकत हमें उस लक्ष्य तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। मैं बचपन से ही अंतरिक्ष से जुड़ी किताबें तथा समाचार सुनता था। मुझे भरोसा है कि मैं एक दिन सफल अंतरिक्ष यात्री बनूंगा, कभी-कभी हम अपने सपनों को लेकर काफी चिंतित हो जाते हैं मगर चिंता से नहीं मेहनत से हमें सफलता प्राप्त होती हैं। हमेंहमें यह भी नहीं सोचना चाहिए कि अगर हम किसी लक्ष्य को प्राप्त कर रहे हैं तो हमारे लिए उतनी ही मेहनत काफी है जितनी हम सोचते हैं। मैंने भी एक बार सोचा था कि अगर मैं जगह पर आकर रुक जाओ तो यह गलत होगा क्योंकि कुछ चीज सीखने के लिए कोई सीमा नहीं होती है हम जिस लक्ष्य का रास्ता तय कर रहे हैं उस रास्ते पर हमें रुकना नहीं चाहिए वरना हमारे उस सपने तक पहुंचने की रफ्तार कम हो जाती।
सूविचार-एक सपना चमत्कार से सच्चाई में नहीं बदल सकता हमें उसके लिए मेहनत का पसीना बहाना पड़ता है।
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अगर मैं अंतरिक्ष का यात्री होता तो हर दिन चंद्रमा पर जाता और देखता कि पूरी पृथ्वी यहां से कितनी सुंदर और चमकती है, पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण के कारण, हम और हमारे सामान पृथ्वी पर आराम करते हैं, लेकिन अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति के कारण हम एक जगह पर स्थिर नहीं रह सकते हैं और कुछ भी नहीं कर सकते हैं।