यदि प्रकृति में सुंदर-सुंदर रंग नहीं होते तो.. ans for 6 std Hindi lesson no : बसंती हवा poem
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यदि प्रकृति में सुंदर-सुंदर रंग नहीं होते तो पूरी प्रकृति ही बेरंग नजर आती। ... रंगों के अभाव में सारी प्रकृति, सारे जीव-जंतु, मानव, पेड़-पौधे, फल-फूल एक ही जैसे नजर आते।
यदि प्रकृति में सुंदर-सुंदर रंग नहीं होते तो.. (बसंती हवा)
बसंती हवा कविता के आधार पर कहे तो यदि प्रकृति में सुंदर-सुंदर रंग नहीं होते तो प्रकृति का इतना वैभव नहीं होता। प्रकृति के सुंदर-सुंदर रंग ही प्रकृति को एक विशिष्टता प्रदान करते हैं। प्रकृति के इन सुंदर-सुंदर रंग प्रकृति के विभिन्न तत्व हैं, जो प्रकृति को विविधता और विशिष्टता प्रदान करते हैं।
बसंती हवा कविता एक ऐसी ही कविता है, जिसमें प्रकृति की सुंदरता का वर्णन किया गया है। कवि ने इस कविता में वसंत ऋतु में चलने वाली बसंती हवा का गुणगान करते हुए उस को आधार बनाकर प्रकृति का चित्रण किया है। कवि के अनुसार बसंती हवा बेहद लापरवाह और बेपरवाह होती है जो किसी से भी नहीं डरती और जिधर जाना चाहे चली जाती है। कवि ने किसी बसंती हवा की स्वच्छंदता का वर्णन कविता में किया है और उसी के आधार पर प्रकृति की सुंदरता का भी बखान किया है।
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