यथार्थ ,उद्देश्य, विरासत,आलसी, एकांकी pr ek paragraph
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उत्तर :
‘रीढ़ की हड्डी’ एक उद्देश्यपूर्ण एकांकी है। इस एकांकी के द्वारा लेखक ने समाज में फैले हुए विषमता एवं रूढ़ियों को दूर करने की कोशिश की है। लेखक के अनुसार आज के युग में लड़के एवं लड़कियों में भेदभाव करना उचित नहीं है। लड़कियों को भी समाज में उच्च शिक्षा एवं सम्मान प्राप्त करने का उतना ही अधिकार है जितना लड़कों को है। शादी के नाम पर उनसे तरह तरह के प्रश्न पूछ कर उन्हें अपमानित करना ठीक नहीं है। आज के युग में लड़कियां भी लड़कों के ही समान उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है इसलिए उन्हें भी उचित सम्मान मिलना चाहिए। लेखक ने इस एकांकी में गोपाल प्रसाद जैसे रूढ़िवादी विचारधारा के लोगों पर प्रहार भी किया है। इस प्रकार लेखक ने इस एकांकी रीढ़ की हड्डी में लड़के एवं लड़की का भेदभाव खत्म करते हुए शंकर जैसे लड़कों की अपेक्षा उमा जैसी लड़की को समाज की आवश्यकता बताई है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।