यदि सैनिक न होते तो क्या होता
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सैनिक चाहे किसी भी देश के क्यों न हों, उनकी जिंदगी हमेशा कठिनाईयों से भरी होती है। सैनिक हमारे देश के प्रहरी होते है, जब तक वे सीमा पर तैनात हैं, तब तक हम भी चैन की साॅस ले पाते हैं, अन्यथा हमारा जीवन भी कब का समाप्त हो चुका होता। राष्ट्र की सुरक्षा, अखण्डता व एकता को बनाये रखने में भारतीय सषस्त्र सेनाओं का योगदान किसी से छुपा नहीं है। देश की रक्षा के लिये हमेशा तत्पर रहने वाले सैनिक अपने परिवार से दूर रहते हैंै। साल में सिर्फ दो महीने के लिये वो अपने के साथ रहने आते हैं, और उसमें भी यदि बीच में ही कहीं लड़ाई छिड़ जाये या अन्य जरूरत आ पड़ी तो उन्हें वापस बुला लिया जाता है। हम अपने घरों में चैन की नींद सो रहे है, उसका कारण भी सैनिक ही हैं, उन्हें सोने के लिये कहीं पर रेतीली चादर मिलती है तो कहीं पर घास का बिछौना बनाकर भी वो रात काट लेते हैं, उनका सोना भी एक आराम मात्र होता है, हमारी तरह नहीं कि पूरी आनंद की नींद ले सकें,। वह आॅख बंद भी करते हैं तो उनके मन में सीमा की सुरक्षा की यादें बनी रहती है, जिससे वे हमेशा सजग रहते हैं। भारतीय सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंग थल सेना, नौसेना, और वायु सेना अपने आपसी तालमेल से देश के ऊपर आने वाले प्रत्येक संकट को दूर कर देते हैं। अखण्ड़ता, एकता व भाईचारे के प्रतीक जाॅबांज सैनिक हम सबके प्रेरणास्त्रोत हैं। कठिन से कठिन मुसीबतों का सुनियोजित व संगठित तरीके से किस प्रकार हल निकालना जाना चाहिये तथा इन परिस्थितियों से भारत माता की रक्षा कैसे की जाये, यह सब हमें भारतीय सशस्त्र सेनाओं के उन जांबांजों से सीखना चाहिये जो देश की रक्षा के लिये हर समय मर-मिटने के लिये तैयार रहते हैं। सैनिक अपने कर्तव्य पालन व उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना घर-परिवार छोड़कर उनसे मीलों दूर रहकर संपूर्ण भारत को अपना घर व प्रत्येक भारतवासी को अपना पारिवारिक सदस्य मानते हैं। भारतीय थल सेना हमेशा आपदाओं के समय में भी देश के लोगों की रक्षा के लिये तत्पर रहती है। इसी प्रकार भारतीय नौसेना भी सषस्त्र सेनाओं का एक अंग है, जो देश क समुद्री सीमाओं को सुरक्षित रखने के साथ-साथ प्राकृतिक अपदाओं े समय राहत व बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसी प्रकार वायु सेना भी आकशीय मार्ग से आने वाले प्रत्येक देश के दुश्मनों पर नजर रखती है, और दुश्मनों को अपनी सीमा में घुसने से पहले ही समाप्त करने की क्षमता भी भारतीय वायु सेना में है। हमारे देश में सैनिकों की संख्या चीन के बाद सबसे ज्यादा है। चीन के पास वहाॅ की जनसंख्या के हिसाब से कुछ ज्यादा सीमा सुरक्षा बल है, लेकिन भारत की जनसंख्या के हिसाब से भारत के पास अधिक सीमा सुरक्षा बलों का आंकड़ा है। भारतीय सशस्त्र सेना में शामिल होने के बाद किसी भी व्यक्ति को ऐसी शिक्षा दी जाती है कि वह देश की रक्षा के लिये अपने प्राण तक देने को तैयार रहता है।
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मैंने देखा है,शहीद हुए सैनिकों के परिवार को,शहीद के परिवार को छलते हर किरदार को,मैंने पलटते देखा है दरबार को।
मैंने देखा है,शहीद हुए सैनिकों के परिवार को,शहीद के परिवार को छलते हर किरदार को,मैंने पलटते देखा है दरबार को।एक मैडल पति का हक अदा नहीं करता,
मैंने देखा है,शहीद हुए सैनिकों के परिवार को,शहीद के परिवार को छलते हर किरदार को,मैंने पलटते देखा है दरबार को।एक मैडल पति का हक अदा नहीं करता,जमीन के टुकड़े से पिता को कांधा नहीं मिलता,
मैंने देखा है,शहीद हुए सैनिकों के परिवार को,शहीद के परिवार को छलते हर किरदार को,मैंने पलटते देखा है दरबार को।एक मैडल पति का हक अदा नहीं करता,जमीन के टुकड़े से पिता को कांधा नहीं मिलता,बच्चों को मुश्किल के वक्त बाप का सायां नहीं मिलता।
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