Chemistry, asked by soumali9437, 11 months ago

यद्यपि NH₃ तथा H₂O दोनों अणुओं की ज्यामिति विकृत चतुष्फलकीय होती है, तथापि जल में आबंध कोण अमोनिया की अपेक्षा कम होता है। विवेचना कीजिए।

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Answered by ankugraveiens
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आबंध कोण को एकाकी युग्म इलेक्ट्रॉनों द्वारा निर्धारित किया जाता है जो आबंध युग्म  को तब तक धकेल्ता  हैं जब तक कि लिगैंड केवल संपर्क मे  न हो जाए ।

Explanation:

NH₃ तथा H₂O की आणविक ज्यामिति कुछ इस तरह से है ;

 चित्रा (क)  से पता चलता है कि , NH₃ के केंद्रीय परमाणु नाइट्रोजन (N) के पास 1 एकाकी युग्म तथा 3 आबंध युग्म होता है जबकि चित्रा (ख) से पता चलता है कि , H₂O मे ऑक्सिजन (O) के पास 2  एकाकी युग्म तथा 2 आबंध युग्म होतें है |  

आबंध युग्म का प्रतिकर्षण H₂O अणु मे ,  NH₃ अणु की तुलना मे ज़्यादा होता है | अतः जल में आबंध कोण अमोनिया की अपेक्षा कम होता है।  

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