यद्यपि NH₃ तथा H₂O दोनों अणुओं की ज्यामिति विकृत चतुष्फलकीय होती है, तथापि जल में आबंध कोण अमोनिया की अपेक्षा कम होता है। विवेचना कीजिए।
Answers
Answered by
4
आबंध कोण को एकाकी युग्म इलेक्ट्रॉनों द्वारा निर्धारित किया जाता है जो आबंध युग्म को तब तक धकेल्ता हैं जब तक कि लिगैंड केवल संपर्क मे न हो जाए ।
Explanation:
NH₃ तथा H₂O की आणविक ज्यामिति कुछ इस तरह से है ;
चित्रा (क) से पता चलता है कि , NH₃ के केंद्रीय परमाणु नाइट्रोजन (N) के पास 1 एकाकी युग्म तथा 3 आबंध युग्म होता है जबकि चित्रा (ख) से पता चलता है कि , H₂O मे ऑक्सिजन (O) के पास 2 एकाकी युग्म तथा 2 आबंध युग्म होतें है |
आबंध युग्म का प्रतिकर्षण H₂O अणु मे , NH₃ अणु की तुलना मे ज़्यादा होता है | अतः जल में आबंध कोण अमोनिया की अपेक्षा कम होता है।
Attachments:
Similar questions