yatra ke doraan Chori hue samaan ki patra
Tigershourya:
its 500
Answers
Answered by
3
HEY MATE !!!
HERE IS YOUR ANSWER!!!!!
सेवा में,
प्रधान पुलिस अधिकारी,
जबलपुर पुलिस स्टेशन,
जबलपुर
विषयः ट्रेन में हुए सामान की चोरी होने की रिपोर्ट लिखने हेतु शिकायती पत्र।
श्रीमान जी,
मेरा नाम वनिष्का है मैं अपने परिवार के साथ मुम्बई रेलवे स्टेशन से जबलपुर जा रही थी। मेरे पास एक अटैची और दो छोटे बैग थे। अटैची में मेरे १० हज़ार रुपए और कपड़े रखे हुए थे, एक बैग में खाने का समान तथा दूसरे बैग में आवश्यक कागज़ात रखे हुए थे।
मुम्बई से हम ट्रेन में अपनी बर्थ में आकर बैठ गए। सफर में हमारे साथ दो युवक भी थे। दोनों संभ्रान्त परिवार के लग रहे थे। उन्होंने हमें बताया कि वह दोनों भाई हैं। ट्रेन में वह हमारे साथ पूरी तरह से घुलमिल गए। चूंकि वह देखने में अच्छे घर के लग रहे थे। अतः हमें उन पर शक नहीं हुआ।
जबलपुर आने पर हम लोग सामान समेटने लगे। चूंकि मेरे साथ पूरा परिवार था, तो मैं छोटीबहन को ट्रेन से उतारने लगा । उन दोनों ने हमारा सामान हमारी सहायता हेतु पकड़ लिया परन्तु जब वह ट्रेन से उतरे ही नहीं तो मुझे चिंता हुई। पूरी ट्रेन और प्लेटफार्म हमने देखा परन्तु उन दोनों का कुछ पता नहीं चला।
अतः आपसे निवेदन है कि उन दोनों चोरों को शीघ्र पकड़े क्योंकि कागज़ात मेरे लिए बहुत आवश्यक हैं।
सधन्यवाद
भवदीया
वनिष्का ।
HERE IS YOUR ANSWER!!!!!
सेवा में,
प्रधान पुलिस अधिकारी,
जबलपुर पुलिस स्टेशन,
जबलपुर
विषयः ट्रेन में हुए सामान की चोरी होने की रिपोर्ट लिखने हेतु शिकायती पत्र।
श्रीमान जी,
मेरा नाम वनिष्का है मैं अपने परिवार के साथ मुम्बई रेलवे स्टेशन से जबलपुर जा रही थी। मेरे पास एक अटैची और दो छोटे बैग थे। अटैची में मेरे १० हज़ार रुपए और कपड़े रखे हुए थे, एक बैग में खाने का समान तथा दूसरे बैग में आवश्यक कागज़ात रखे हुए थे।
मुम्बई से हम ट्रेन में अपनी बर्थ में आकर बैठ गए। सफर में हमारे साथ दो युवक भी थे। दोनों संभ्रान्त परिवार के लग रहे थे। उन्होंने हमें बताया कि वह दोनों भाई हैं। ट्रेन में वह हमारे साथ पूरी तरह से घुलमिल गए। चूंकि वह देखने में अच्छे घर के लग रहे थे। अतः हमें उन पर शक नहीं हुआ।
जबलपुर आने पर हम लोग सामान समेटने लगे। चूंकि मेरे साथ पूरा परिवार था, तो मैं छोटीबहन को ट्रेन से उतारने लगा । उन दोनों ने हमारा सामान हमारी सहायता हेतु पकड़ लिया परन्तु जब वह ट्रेन से उतरे ही नहीं तो मुझे चिंता हुई। पूरी ट्रेन और प्लेटफार्म हमने देखा परन्तु उन दोनों का कुछ पता नहीं चला।
अतः आपसे निवेदन है कि उन दोनों चोरों को शीघ्र पकड़े क्योंकि कागज़ात मेरे लिए बहुत आवश्यक हैं।
सधन्यवाद
भवदीया
वनिष्का ।
Answered by
1
सेवा में,
पुलिस निरीक्षक महोदय
थाना ‘अ-ब-स’
विषय : चोरी की शिकायत
महोदय
निवेदन है कि गत 20 फरवरी को रात दो बजे मेरे घर से लगभग 35 हजार रुपयों तथा जेवरात की चोरी हो गई । कुत्तों के भौंकने पर जब तक हमारी और पड़ोसियों की नींद खुलती, चोर सब कुछ लेकर भाग चुके थे । इसलिए वे पहचाने तो नहीं जा सके किन्तु मुझे आसपास के कुछ नये लोगों पर संदेह है जिनका हाथ इस चोरी में हो सकता है क्योंकि इस इलाके में ऐसी पहली घटना है ।
अत: श्रीमान् से अनुरोध है कि यथाशीघ्र छानबीन आरम्भ कर चोरों को पकड़ा जाए जिससे मेरा चोरी गया रुपया व सामान मिल सके तथा चोरों को सजा मिल सके ।
पुलिस निरीक्षक महोदय
थाना ‘अ-ब-स’
विषय : चोरी की शिकायत
महोदय
निवेदन है कि गत 20 फरवरी को रात दो बजे मेरे घर से लगभग 35 हजार रुपयों तथा जेवरात की चोरी हो गई । कुत्तों के भौंकने पर जब तक हमारी और पड़ोसियों की नींद खुलती, चोर सब कुछ लेकर भाग चुके थे । इसलिए वे पहचाने तो नहीं जा सके किन्तु मुझे आसपास के कुछ नये लोगों पर संदेह है जिनका हाथ इस चोरी में हो सकता है क्योंकि इस इलाके में ऐसी पहली घटना है ।
अत: श्रीमान् से अनुरोध है कि यथाशीघ्र छानबीन आरम्भ कर चोरों को पकड़ा जाए जिससे मेरा चोरी गया रुपया व सामान मिल सके तथा चोरों को सजा मिल सके ।
Similar questions