Yoga sikhne ki anumati haitu pitaji ko patra likhiye in hindi
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Answer:
केन्द्रीय विद्यालय,
विवेक विहार,
नई दिल्ली
दिनांक: .............
आदरणीय पिताजी,
सादर प्रणाम!
आपका पत्र मिला। यह जानकर प्रसन्नता हुई कि घर में सभी सदस्य स्वस्थ हैं। मैं भी यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ। बहुत दिनों से घर आने की सोच रहा था। परन्तु परीक्षा परिणाम देखने के लिए रुकना पड़ा। आगे का समाचार यह है कि मेरी परीक्षा का परिणाम आ गया है। आपको यह जानकर अत्यंत खुशी होगी कि मैं अपनी कक्षा में प्रथम श्रेणी में पास हुआ हूँ। मैंने अपनी कक्षा में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। मेरे द्वारा किया गया परिश्रम व्यर्थ नहीं गया है। मेरे मित्रों ने भी द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया है। सभी अध्यापक मेरे परीक्षा परिणाम से बहुत प्रसन्न हैं।
मैं अब नौवीं कक्षा में आ गया हूँ। अगले महीने से हमारी नौवीं की कक्षा आरंभ होने वाली है। इसलिए अपनी नई कक्षा में मुझे नए विषय भी रखने होंगे । अध्यापिका द्वारा हमें तीन महीने की फीस भी भरने को कहा गया है। उनके अनुसार जितनी जल्दी हो सके किताबें, कापियाँ एवं वर्दी आ जानी चाहिए। आपने इस महीने के खर्च के जो पैसे दिए थे, वे खत्म होने वाले हैं।
अत: आपसे निवेदन है कि कृपा करके चार हज़ार रुपए का इंतज़ाम कर, डाक द्वारा शीघ्र भिजवा दें। साथ ही आपसे योगा सीखने की अनुमति भी मांगता हूँ ।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। माताजी को प्रणाम कहिएगा एवं बहन को प्यार। पत्र अवश्य लिखते रहिएगा। आपके पत्र का इंतज़ार रहेगा।
आपका आज्ञाकारी पुत्र,
चाँद
राजकीय वरिष्ठ विद्यालय,
गीता कॉलोनी
नई दिल्ली- 110009
15.09.2019
सादर प्रणाम ,
आदरणीय पिताजी मैं यहाँ कुशल हूँ और आशा करती हूँ कि आप भी वहां कुशल होंगे I यह पत्र में आपसे योग सीखने की अनुमति प्राप्त करने के लिए लिख रही हूँ I पिताजी आज के समय में तंदुरुस्त रहना बहुत कठिन हो गया है दिन भर के कार्यों में उलझे रहने की वजह से हम लोग अपनी सेहत के बारे में नहीं सोचते हैं I इसी कारण हमारे विद्यालय ने बच्चों के लिए योग सिखाने की कक्षा प्रारंभ की है I योग के महत्व से तो आप भली-भांति परिचित हो I कृपया आप मुझे भी योग सीखने की अनुमति प्रदान करें I
माताजी को प्रणाम कहिएगा I मुझे आपके पत्र का इंतजार रहेगा I
आपकी पुत्री
दिया