ज़िन्दगी वो जो ख्वाबों-ख्यालों में है,
वो तो शायद मयस्सर न होगी कभी,
ये जो लिखी हुई इन लकीरों में है,
अब इसी ज़िन्दगानी के हो जाएँ क्या।
.......Anwesha Debta✍️✍️
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wahh!!!!
Explanation:
BAHUTTI BOOREIN HAIN
MOOD KHARAB KARDIAA
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