zaroorat se zyada bolne ka kya parinam ho sakta hai ??.....from jivan mulya prashan
Answers
Explanation:
इंसान एक सामाजिक प्राणी है। उसे अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्दों को भाषा में पिरोकर प्रस्तुत करना पड़ता है। आज के समय में जाब बातचीत की कला का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है, सही तरीके से बोलना बेहद जरूरी है। लेकिन कई लोगों को बहुत ज्यादा बोलने की आदत होती है, जो हानिकारक है। कहते हैं कि जो लोग थोड़े से चुने हुए शब्दों में कहना नहीं जानते, वास्तव में उन्हीं को अधिक बोलने की लत होती है। तो चलिये जानें क्या है ये आदत और इससे कैसे निजात पाएं। जमाना बातूनी होता जा रहा है। छोटी सी बात के लिए लंबी-लंबी चर्चाएं और बहसबाजी। टेलीविजन ने इस बुरी आदत को बढ़ावा ही दिया है। लेकिन ध्यान रहे आप जितना ज्यादा बोलेंगे, उतना गलत बोलने की आशंका रहती है। आपको जो नहीं बोलना था, वह भी मुंह से निकल जाता है। फिर बाद में उस बात से हुए काबाड़े को छुपाने के लिए लीपापोती करनी पड़ती है, कभी - कभी तो माफी तक मांगनी पड़ती है।कुछ लोग की आदत होती है बहुत ज्यादा बात करने की। उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि सामने वाला व्यक्ति उनकी बातों से बोर हो रहा है या परेशान हो रहा है। वो बस अपनी बातों में लगे रहते हैं। यह आदत सामजिक रिश्तों को काफी हद तक प्रभावित करती है। अगर आप भी समस्या से परेशान हैं तो आइए जानें इस आदत से बचने के टिप्स के बारे में।