1.
आ रही रवि की सवारी' कविता में किस समय का वर्णन है ?
2. क्या सूर्यास्त के समय भी ऐसा वर्णन उचित होगा? 'आ रही रवि की सवारी' कविता के आधार पर
बताइए।
Answers
Answered by
10
Answer:
प्रस्तुत प्रश्न आ रही 'रवि की सवारी' नामक कविता से लिया गया है जिसके कवि हरिवंशराय बच्चन हैं। यहाँ पर कवि ने सूर्य के आगमन का मनोहारी वर्णन किया है। जब सूर्योदय होता है तब ऐसा प्रतीत होता है जैसे सूर्य अपने नव किरणों के रथ पर सवार होकर चला आ रहा है।
agar uttar sahi laga Ho to kripya thanks aur brainly kar den
Similar questions