1. अशोक कक्ष में उद्घोषक ने अरुणिमा सिन्हा का नाम क्यों पुकारा?
2. पूरा अशोक हॉल करतल ध्वनि से क्यों गूंज उठा?
3. राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करते हुए अरुणिमा अपने आपको कहाँ पाती है?
4. दिल्ली जाते समय ट्रेन में अरुणिमा के साथ क्या घटना घटित हुई?
5. अस्पताल के बिस्तर पर पड़े हुए अरुणिमा ने क्या संकल्प लिया? और ईश्वर से क्या कहा?
5. अस्पताल से लौटकर अरुणिमा किससे मिली? उन्होंने उससे क्या कहा?
1. सफलता का राजमार्ग क्या है? from hindi chapter sagas ko salam, class 7th ,dav pushpanjali
Answers
1. अशोक कक्ष में उद्घोषक ने अरुणिमा सिन्हा का नाम क्यों पुकारा?
► अशोक कक्ष में उद्घोषक ने अरुणिमा सिन्हा का नाम इसलिए पुकारा क्योंकि अरुणिमा सिन्हा को देश के राष्ट्रपति द्वारा देश का चौथा सर्वोच्च सम्मान ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया जाना था।
2. पूरा अशोक हॉल करतल ध्वनि से क्यों गूंज उठा?
► पूरा अशोक हाल करतल ध्वनि से इसलिए गूंज उठा क्योंकि संसार की सबसे ऊंची चोटी पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतेह करने वाली पहली विकलांग पर्वतारोही महिला ‘अरुणिमा सिन्हा’ को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री सम्मान देकर पुरस्कृत और सम्मानित किया जा रहा था।
3. राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करते हुए अरुणिमा अपने आप को कहाँ पाती है?
► राष्ट्रपति से पुरस्कार पाते हुए अरुणिमा सिन्हा अपने-आप को रेल की पटरी पर घायल अवस्था में पड़ा हुआ पाती है।
4. दिल्ली जाते समय ट्रेन में अरुणिमा के साथ क्या घटना घटित हुई?
► दिल्ली जाते समय ट्रेन में अरुणिमा के साथ एक भयंकर दुर्घटना हो गई थी। 12 अप्रैल 2011 को जब अरुणिमा सिन्हा पद्मावती एक्सप्रेस से लखनऊ से दिल्ली जा रही थी तो इसी ट्रेन में कुछ लुटेरे चढ़ गए और सभी यात्रियों से लूटपाट करने लगे। उन्होंने अरुणिमा का पर्स और चेन छीनने की कोशिश की। अरुणिमा ने उनका विरोध किया और उनसे उलझ गए। इसी संघर्ष में लुटेरों के गिरोह ने अरुणिमा को चलती हुई ट्रेन से बाहर फेंक दिया और अरुणिमा का एक पैर ट्रेन के नीचे आकर घुटने तक कट गया। अरुणिमा पूरी रात घायल अवस्था में रेल की पटरी पर पड़ी रही। सुबह जब पास के ग्रामीणों ने अरुणिमा को घायल अवस्था में रेल की पटरियों पर पड़ा देखा, तब उन्होंने अरुणिमा को अस्पताल में भर्ती कराया।
5. अस्पताल के बिस्तर पर पड़े हुए अरुणिमा ने क्या संकल्प लिया? और ईश्वर से क्या कहा?
► अस्पताल के बिस्तर पर पड़े हुए अरुणिमा ने यह संकल्प लिया कि वो संसार के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर माउंट एवरेस्ट को फतेह करेगी और उसकी चोटी पर अपने पद-चिन्हों को अंकित करेगी। अरुणिमा ने ईश्वर से कहा कि हे ईश्वर! तूने मुझे विकलांग बनाया है, लेकिन अब यही विकलांग विश्व के सबसे ऊँचे पर्वत-शिखर पर चढ़कर तुझे धन्यवाद देगी।
6. अस्पताल से लौटकर अरुणिमा किससे मिली? उन्होंने उससे क्या कहा?
► अस्पताल से लौटकर अरुणिमा सबसे पहले बचेंद्री पाल से मिली। बचेंद्री पाल माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला थीं। अरुणिमा ने बचेंद्री पाल से मिलकर उनके सामने माउंट एवरेस्ट को फतह करने की इच्छा रखीय़ बचेंद्री पाल ने पहले तो अरुणिमा की शारीरिक अवस्था को देखकर उन्हें समझाया, लेकिन जब अरुणिमा का हौसला और जज्बा देखा तो उन्होंने अरुणिमा से कहा कि एक दिन तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे कदमों में होगा। तुम्हारा हौसला माउंट एवरेस्ट से कहीं बड़ा है। तुमने अपने लिए तो माउंट एवरेस्ट आज ही फतह कर लिया है, अब तुम्हें केवल दुनिया के लिए माउंट एवरेस्ट को फतह करना है।
7. सफलता का राजमार्ग क्या है?
► खुद पर विश्वास और दृढ़ इच्छा शक्ति रखना तथा निरंतर अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण भाव से बढ़ते रहना ही सफलता का एकमात्र राजमार्ग है।
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अरुणिमा सिन्हा किसे अपना प्रेरणा स्रोत मानती थी?
बचेन्द्रीपाल
पी०टी०उषा
मल्लेश्वरी
साइना नेहवाल
https://brainly.in/question/31078031
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Answer:
Thanks for the answer bro