(1) छोटे बच्चे और वयस्कों की पलकें झपकने में क्या अंतर है?
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कभी-कभी बच्चों से संबंधित कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिनका कारण समझना माता-पिता के लिए कठिन हो जाता है। बच्चों के पलकें अधिक झपकाने की समस्या जिसे 'निमिष' कहते हैं, उन समस्याओं में से एक है। बच्चों में अत्यधिक पलकें झपकाने की समस्या के बारे में पूरी जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें। अत्यधिक पलकें झपकाना क्या है साधारणतः पलकें झपकाने से आँखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है और इससे आँखें तनाव-मुक्त भी रहती हैं। एक बच्चा प्रति मिनट लगभग 3 से 18 बार पलक झपकाता है। यदि बच्चा इससे ज्यादा बार पलकें झपकाता है तो यह आँखों में एक समस्या का संकेत भी हो सकता है। बच्चों के अत्यधिक पलकें झपकाने के अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे चेहरे पर खिंचाव और आँखों में अधिक सूखापन। कारण बच्चों के अत्यधिक पलकें झपकाने की समस्या के अनेक कारण हो सकते हैं, उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं; चेहरे पर खिंचाव - चेहरे पर बहुत ज्यादा खिंचाव के कारण मांसपेशियों में ऐंठन होती है जो आँखों के अंदर व आस-पास की मांसपेशियों को भी प्रभावित करती हैं। मांसपेशियों में इस प्रकार की ऐंठन होने से पलकें अत्यधिक झपकती हैं। बच्चों के चेहरे की मांसपेशियों में अत्यधिक क्रोध के कारण खिंचाव बढ़ सकता है जिससे उनकी आँखें भी प्रभावित हो सकती हैं। यदि यह समस्या मनोवैज्ञानिक है तो आप डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं। पास की नजर कमजोर होना - पास की नजर कमजोर होने से भी पलकें अत्यधिक झपकती हैं, यह इसका एक आम लक्षण है। यदि आपका बच्चा अत्यधिक पलकें झपकाता…