1. कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब
क्या होता है?
Answers
Answered by
3
kanche bahut acche Hote Hain Jab vah Nikalte Hi Hamare Man Ko Chhu ke nikalte Hain isiliye Hamen bahut Achcha lagta hai isiliye to Kahate Hain kanche kanche Hote Hain
Answered by
6
Answer:
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया।
Similar questions