1. क. दिये गए अपठित गद्यांश पढ़कर, प्रश्नों के उत्तर लिखिए। [3x1%D3M]
अंग्रेज़ों के भारत आगमन से पूर्व भारत के गाँव अपने आपमें लगभग एक
स्वतंत्र इकाई थे । प्रत्येक भारतीय गाँव आत्मनिर्भर था । भारतीय ग्रामीण जीवन
सीधा-सादा था । कृषि पर आधारित होने के कारण अधिकांश ग्रामीण केवल खेती
करते थे। अकाल, बाढ़ आदि प्राकृतिक तबाहियों से जब उनकी खेती चौपट
होती, तो उनके रहन-सहन का ढंग भी तत्काल बदल जाता था । ऐसे में हस्त-
शिल्पकारों को कहीं दूर जाकर कमाने की आवश्यकता होती थी और ज़मीन से न
बँधे होने के कारण वे जहाँ चाहें, जा भी सकते थे, परंतु ऐसा जीवन जीने की
अपेक्षा लोग अपनी जमीन पर खेती करना चाहते थे, और जमीन की कोई कमी नहीं
थी।
प्रश्नः
1. अंग्रजों के आने से पहले भारत के गाँव कैसे थे?
2. प्राचीनकाल में भारत देश अधिकांश किस पर आधारित था?
3. हस्त-शिल्पकारों को दूर जाकर कमाने की आवश्यकता क्यों होती थी?
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Explanation:
अरे जो के भारत आने से पहले गांव एक स्वतंत्र इकाई थी प्रत्येक भारतीय गांव आत्मनिर्भर था
(2)प्राचीन काल में भारत अधिकांश ग्रामीण केवल की खेती पर आधारित था
(3)शिल्प शिल्प कारों को कहीं दूर जा दूर कमाने की आवश्यकता होती थी क्योंकि उनके अपने पास जमीन बंद ही नहीं होती थी वह कहीं भी जाकर अपना काम कर सकते थे
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