1. कन्यदान कविता के आधार पर लिखिए कि , मांं द्वारा दी गई सीख आज के संदर्भ में कहां तक उचित है ?
Answers
माँ ने कन्यादान के बाद अपनी बेटी को विदा करते समय निम्नलिखित सीख दी
1)वह ससुराल में दूसरों द्वारा की गई प्रशंसा से अपने रूप-सौंदर्य पर आत्ममुग्ध न हो जाए।
2)आग का उपयोग रोटियाँ पकाने के लिए करना। उसका दुरुपयोग अपने जलने के लिए मत करना।
3)वस्त्र-आभूषणों के मोह में फँसकर इनके बंधन में न बँध जाना।
4)नारी सुलभ गुण बनाए रखना पर कमजोर मत पड़ना।
Explanation:
आपके विचार से माँ ने ऐसा क्यों कहा कि लड़की होना पर लड़की जैसा मत दिखाई देना?
उत्तर-
मेरे विचार से लड़की की माँ ने ऐसा इसलिए कहा होगा कि लड़की होना पर लड़की जैसी मत दिखाई देना ताकि लड़की अपने नारी सुलभ गुणों सरलता, निश्छलता, विनम्रता आदि गुणों को तो बनाए रखे परंतु वह इतनी कमजोर भी न होने पाए। कि लड़की समझकर ससुराल के लोग उसका शोषण न करने लगे। इसके अलावा वह भावी जीवन की कठिनाइयों का साहसपूर्वक मुकाबला कर सके।