Hindi, asked by vdcharan564, 3 months ago

1) करता या सो क्यों किया, अब कर क्यों पछिताय।
बोया पेड बबूल का, आम कहाँ से खाय।।​

Answers

Answered by ankit4150
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Answer:

अर्थ: संत कबीर कहते हैं कि किसी गलत काम को कर लेने पर लोग पछताते हैं. बबूल का पेड़ लगाने वाले आम कैसे खा सकते हैं ।

Explanation:

अगर तुम अपने आपको ही करता मानते थे तो फिर जीवन में असफल ही क्यों हुए। इसका मतलब यह है तुम करता नहीं हो कर्म के निमित्त हो। करन करावन - हार वह ईश्वर ही है वही करता है। कारणों का कारण वही है। तुम अपने अहंकार में आके कृतित्व का भाव न रखते तो अपने आप को करता न मानते। तब सुख दुःख भी न पाते। अब जब परमात्मा की दी हुई शक्ति को ही तुमने अपना अहंकार बना लिया है। बबूल का पेड़ ही तब तुमने बोया है जिसमें कांटे ही कांटे हैं इसलिए आम कहाँ से खाने को मिलेगा। तुमने ऐसे काम क्यों नहीं किये जो जीवन में सुख मिले। तुम नियामक नहीं निमित्त थे और अपने को करता समझ बैठे। कर्म के अहंकार कर्म की आसक्ति की वजह से ही तुमने कष्ट पाया है। सकाम कर्म करने का तुमने दंभ पाला था। इसलिए अब कष्ट उठा रहे हो।

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