*1. मिश्र वाक्य में बदलिए-*
(क) मन में भाव उद्वेलित होने पर कविता अनायास ही बन जाती है।
(ख) रहीम कोलकाता पहुँचकर तुम्हें फ़ोन ज़रूर करेगा।
(ग) गांधी जी सदाचरण को धर्म का स्पष्ट चिह्न माना करते थे।
(घ) कवि-सम्मेलन में हास्य कविताएँ सुनकर श्रोता हँसते-हँसते लोट-पोट हो गए।
(ड.) व्यापार चलाने के लिए ईमानदार बनो।
(च) वे विनम्रतापूर्वक निवेदन करने पर तुम्हारा कार्य अवश्य कर देंगे।
(छ) घायल होने के कारण वह अगले मैच में नहीं खेल सकेगा।
*2. संयुक्त वाक्य में बदलिए-*
(क)आवारा कुत्तों के भौंकने पर बच्चे डरकर खड़े हो गए।
(ख)आज का मैच ऋषभ पंत या दिनेश कार्तिक में से कोई एक खेलेगा।
(ग) अध्यापक जी ने निबंध लिखवाकर प्रश्नोत्तरी करवाई।
(घ) बाइक ख़राब होने के कारण वे समय पर दफ़्तर नहीं पहुँच सके।
(ड.) काफ़ी दिनों बाद वर्षा होते देख किसानों के चेहरे खिल उठे।
(च) वह परिश्रमी होने के साथ-साथ ईमानदार भी है।
(छ) तुम और मैं दोनों ही टेनिस खेलना नहीं जानते।
*3. सरल वाक्य में बदलिए-*
(क)यदि तुम साथ होते, तो मैं भी मैच देखने चल सकता था।
(ख) बादल घिरे और मौसम सुहाना हो गया।
(ग) जबकि उसने आजीवन सभी का हित चाहा, फिर भी उसे इतना दुख क्यों झेलना पड़ा?
(घ) जो बच्चे सभ्य होते हैं, उन्हें सभी से सम्मान मिलता है।
(ड.) वर्षा हुई इसलिए हम स्कूल नहीं जा सके।
(च) जहाँ चाह होती है, वहाँ कोई-न-कोई राह निकल ही आती है।
Answers
प्रश्न में दिये गये वाक्यों का दिये गये निर्देशानुसार रूपांतरण इस प्रकार होगा....
*1. मिश्र वाक्य में बदलिए-*
(क) मन में भाव उद्वेलित होने पर कविता अनायास ही बन जाती है।
मिश्र वाक्य = जब मन में भाव उद्वेलित होते हैं, तब कविता अनायास बन ही जाती है।
(ख) रहीम कोलकाता पहुँचकर तुम्हें फ़ोन ज़रूर करेगा।
मिश्र वाक्य = ज्यों ही रहीम कोलकाता पहुँचेगा, तुम्हे फोन जरूर करेगा।
(ग) गांधी जी सदाचरण को धर्म का स्पष्ट चिह्न माना करते थे।
मिश्र वाक्य = गांधी जी ये मानते थे कि सदाचरण धर्म का स्पष्ट चिन्ह है।
(घ) कवि-सम्मेलन में हास्य कविताएँ सुनकर श्रोता हँसते-हँसते लोट-पोट हो गए।
मिश्र वाक्य = कवि सम्मेलन मे जो हास्य कविताएँ सुनाई गईं, उन्हे सुनकर श्रोता हँसते-हँसते लोटपोट हो गए।
(ड.) व्यापार चलाने के लिए ईमानदार बनो।
मिश्र वाक्य = यदि व्यापार चलाना है, तो ईमानदार बनो |
(च) वे विनम्रतापूर्वक निवेदन करने पर तुम्हारा कार्य अवश्य कर देंगे।
मिश्र वाक्य = यदि तुम विनम्रतापूर्वक निवेदन करोगे, तो तुम्हारा कार्य अवश्य कर देंगे।
(छ) घायल होने के कारण वह अगले मैच में नहीं खेल सकेगा।
मिश्र वाक्य = चूंकि वह घायल हो गया है, इसलिये अगले मैच में नहीं खेल सकेगा।
2. संयुक्त वाक्य में बदलिए-
(क)आवारा कुत्तों के भौंकने पर बच्चे डरकर खड़े हो गए।
संयुक्त वाक्य = आवार कुत्ते भौंकने लगे और बच्चे डरकर खड़े हो गये।
(ख)आज का मैच ऋषभ पंत या दिनेश कार्तिक में से कोई एक खेलेगा।
संयुक्त वाक्य = आज का मैच ऋषभ पंत खेलेगा नही तो दिनेश कार्तिक खेलेगा।
(ग) अध्यापक जी ने निबंध लिखवाकर प्रश्नोत्तरी करवाई।
संयुक्त वाक्य = अध्यापक जीन निबंध लिखवाया और प्रश्नोत्तरी करवाई।
(घ) बाइक ख़राब होने के कारण वे समय पर दफ़्तर नहीं पहुँच सके।
संयुक्त वाक्य = उनकी वाक्य खराब हो गई इस कारण वे समय पर दफ्तर नही पहुँच सके।
(ड.) काफ़ी दिनों बाद वर्षा होते देख किसानों के चेहरे खिल उठे।
संयुक्त वाक्य = काफी दिनों बाद वर्षा हुई और ये देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे।
(च) वह परिश्रमी होने के साथ-साथ ईमानदार भी है।
संयुक्त वाक्य = वह परिश्रमी है और साथ-साथ ईमानदार भी है।
(छ) तुम और मैं दोनों ही टेनिस खेलना नहीं जानते।
संयुक्त वाक्य = तुम और मैं है और दोनो ही टेनिस खेलना बिल्कुल भी नहीं जानते।
3. सरल वाक्य में बदलिए-*
(क) यदि तुम साथ होते, तो मैं भी मैच देखने चल सकता था।
सरल वाक्य = तुम्हारे साथ होने पर मैं भी मैच देखने चल सकता था।
(ख) बादल घिरे और मौसम सुहाना हो गया।
सरल वाक्य = बादल घिरने से मौसम सुहाना हो गया।
(ग) जबकि उसने आजीवन सभी का हित चाहा, फिर भी उसे इतना दुख क्यों झेलना पड़ा?
सरल वाक्य = आजीवन सबका हित चाहने के बाद भी उसे इतना दुख क्यों झेलना पड़ा?
(घ) जो बच्चे सभ्य होते हैं, उन्हें सभी से सम्मान मिलता है।
सरल वाक्य = सभ्य बच्चों को सभी से सम्मान मिलता है।
(ड.) वर्षा हुई इसलिए हम स्कूल नहीं जा सके।
सरल वाक्य = वर्षा होने के कारण हम स्कूल नहीं जा सके।
(च) जहाँ चाह होती है, वहाँ कोई-न-कोई राह निकल ही आती है।
सरल वाक्य = चाह होने पर कोई न कोई राह निकल ही आती है।
Answer:
वह परिश्रमी होने के साथ साथ सवाभिमनी भी है।।।