1- माता का अींचल पाठ का अध्र्र्न।
Answers
Answered by
0
Answer:
भोलानाथ सारा समय अपने पिताजी के साथ व्यतीत करता था नहाना धोना सब अपने पिताजी के साथ करता था खाना भी अपने पिताजी के साथ करता था खेलता भी अपने पिताजी के साथ था किंतु जब उस पर विपदा आती थी तो वह माता के आंचल में अपने आप को सुरक्षित महसूस करता था इसलिए वह माता के आंचल पर आता था इसलिए इस पाठ का नाम माता का आंचल रखा गया है
Similar questions