1. नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों का सही विकल्प सुनकर अपने स्तर की पुष्टि कीजिए : वैदिक युग भारत का प्रायः सबसे अधिक स्वभाविक काल था .यही कारण है कि आज तक भारत का मन उस काल की ओर बार-बार लोभ से देखता है. वैदिक आर्य अपने युग को स्वर्ण काल कहते थे या नहीं, यह हम नहीं जानते, किंतु उनका समय हमें स्वर्णकाल के समान अवश्य दिखाई देता है . लेकिन जब बौद्ध युग का आरंभ हुआ तो वैदिक समाज की पोल खुलने लगी और चिंतकों के बीच उसकी आलोचना आरंभ हो गई . बौद्ध युग अनेक दृष्टिकोण से आज के आधुनिक आंदोलन के समान था . ब्राह्मणों की श्रेष्ठा के विरुद्ध बुद्ध ने विद्रोह का प्रचार किया था .बुद्ध जाति- प्रथा के विरोधी थे .वह मनुष्य को जन्म से नहीं कर्म से श्रेष्ठ और अधम मानते थे . नारियों को भिक्षुणियाँ होने का अधिकार देकर उन्होंने बताया कि मोक्ष केवल पुरुषों के लिए ही निर्मित नहीं है, उसकी अधिकारिणी नारियाँ भी हो सकती हैं . बुद्ध की यह सारी बातें भारत को याद रही हैं और बुद्ध के समय से बराबर इस देश में ऐसे लोग उत्पन्न होते रहे हैं जो जाति प्रथा के विरोधी थे और जो मनुष्य को जन्म से नहीं अपितु कर्म से श्रेष्ठ मांगते थे . उनकी प्रेरणा से देश के हजारों, लाखों युवक जो उत्पादन बढ़ाकर समाज का भरण- पोषण करने के लायक थे, वे सन्यासी हो गए . सन्यास की संस्था समाज विरोधी संस्था है. I. बौद्ध धर्म की परस्पर क्रिया है? (1 Point) क. वैदिक काल ख. सामाजिक चेतना ग. आधुनिक आंदोलन घ. नवयुग 3. II. वैदिक युग स्वर्णकाल के समान लगता है, क्योंकि इस युग में - (1 Point) क. बौद्ध काल का आरंभ हुआ ख. व्यक्ति का स्वाभाविक व्यवहार ही उसकी विशेषता थी. ग. जाति प्रथा अपने चरम पर थी . घ. भारत में बहुत स्वर्ण और संपत्ति थी 4. III. 'जाति प्रथा' के विषय में 'बुद्ध' के क्या विचार थे ? (1 Point) क. समाज का जातियों के आधार पर विभाजन आवश्यक है . ख. वे जाति प्रथा के विरोधी नहीं थे . ग. अपनी जाति से मनुष्य श्रेष्ठ बनता है . घ. वे जाति प्रथा के विरोधी थे . 5. IV. इनमें से कौन सा कथन असत्य है ? (1 Point) क. मनुष्य कर्म से श्रेष्ठ बनता है . ख. सन्यास की संस्था समाज विरोधी संस्था है . ग. बौद्ध काल में वैदिक युग की पोल खुल गई . घ. बुध स्त्रियों को पुरुषों के समान अधिकार देने के विरोधी थे. 6. V. बुद्ध की कौन सी बात आधुनिक प्रसंग में सही नहीं बैठती ? (1 Point) क. जाति प्रथा का विरोध ख. स्त्री और पुरुष का समान अधिकार घ. नव युवकों का सन्यास लेना घ. उपर्युक्त सभी 7. सन्यास की संस्था से समाज को क्या हानि पहुंचती है ? (1 Point) क. राष्ट्र की उत्पादन क्षमता घट जाती है . ख. समाज में कार्य करने वाले लोग कम हो जाते हैं . ग. खाने वालों की संख्या बढ़ जाती है . घ. केवल ' क ' और 'ख' 8. VII. बुद्ध के युग को आधुनिक काल के सामान क्यों कहा गया है? (1 Point) क. समाज में अराजकता फैलाने के कारण ख. सामाजिक कुरीतियों का विरोध होने के कारण ग. कर्म को श्रेष्ठ मानने के साथ घ. युग परिवर्तन होने के कारण 9. VIII. स्त्रियों के संबंध में बुध के क्या विचार थे ? (1 Point) क. वे उपासना में बाधक हैं . ख. वे भी साधक बनने की अधिकारिणी हैं . . ग. वे पुरुषों के समान सन्यास नहीं ले सकतीं . 10. IX. चिंतकों के बीच किसकी आरंभ हो गई ? (1 Point) क. विद्वानों की ख. बौद्धों की ग. वैदिक काल की घ. उपर्युक्त सभी 11. X. उपर्युक्त गद्यांश के लिए उचित शीर्षक क्या होगा ? (1 Point) क. बौद्ध काल ख. वैदिक युग ग. सामाजिक पतन घ समाज विरोधी युग
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