1.निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर दिए गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए
दिया गया है। धर्म को धोखा नही दिया जा सकता, कानून को दिया जा सकता है यही कारण है कि जो लोभ धर्मभील
है,वेकानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं करते। इस बात के पर्याप्त प्रमाण खोजे जा सकते है कि समाज
कमुल्यबने हय हैं। वे दब अवश्य गए है, लेकिन नष्ट नही हए है। आज भी वह मनुष्य से प्रेम करता है, महिलाओं का
सम्मान करता है, झट और चोरी को गलत समझता है, दूसरों को पीडा पहुंचाना पाप समझता है। हर आदमी अपने
(खण्ड
'अ)
5
भारतवर्ष सदा कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है आज एकाएक कानून और धर्म में अंतर कर
* ऊपरी वर्ग में बाहते जो भी होता रहा हो
भारत अब भी यह ईमानदारी, सच्चाई और आध्यात्मिकता
व्यक्तिगत जीवन में इस बात का अनुभव करता है।
1. गद्याप का उचित शीर्षक चुनिए -
1काननू और धर्म
2 लोक व्यवहार
3.अध्यात्म का महत्व
4. सत्य अभी जीवित है
2 भारतवर्ष सदा कानून को किरा रूप में देखता आ रहा है।
1 अधर्म के रूप में
2धर्म के रूप में
लोक व्यवहार के रूप में
4. मानव के अहित के रूप में
धर्म का अर्थ है
1वार्मिक और डरपोक
2 धर्म से डरने वाला
उधर्म का पालन करने वाला
4 धर्म उल्लघन से डरने वाला
4. कौन लोग कानून की त्रुटियों का लाभ उठाते हैं ?
1धार्मिक लोग
2 धर्मभीरू लोग
नैतिकतावादी लोग
4 नास्तिक लोग
5. इस अनुच्छेद में धर्म और कानून के बारे में क्या कहा गया है?
1. धर्म और कानून को समान माना जाता है।
2 धर्म को कानून से बडा माना जाता है।
3कानून को धर्म से बड़ा माना जाता है।
4 धर्म और कानून को समान रूप से धोखा दिया जाता है।
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Answer:
1 _1
2_2
3_3
4_2
5_2.............
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