Hindi, asked by rkjithanya, 10 months ago

1.निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
भारत त्योहारों का देश है।यहाँ अलग-अलग धर्मों के अलग-अलग त्यौहार हैं,परंतु भारतवासी सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाते
हैं।जब भी कोई त्यौहार आता है,तब चारों ओर उमंग,उल्लास,स्फूर्ति फैल जाती है।यह प्रतिदिन के नीरस जीवन से हटकर कुछ नया
जो उस सभी में भर जाता है। उन्हीं त्योहारों में से एक त्योहार है-होली।होली भाई-चारे तथा रंगों का त्योहार है। यह त्योहार फाल्गुन
मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली के इस त्यौहार के पीछे एक पौराणिक कथा है।राजा हिरण्यकश्यप भगवान की पूजा का
विरोधी था। उसके राज्य में जो ईश्वर की उपासना करता था, वह उसे मृत्युदंड देता था। उसका पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का
उपासक था। इस बात से क्रोधित होकर हिरण्यकश्यप ने उसे मारने के अनेक प्रयास किए, वह असफल रहा।हिरण्यकश्यप की एक
बहन थी,जिसका नाम होलिका था।उसे यह वरदान प्राप्त था कि अग्नि उसे नहीं जला सकती।हिरण्यकश्यप के कहने पर वह प्रहलाद
को अपनी गोद में लेकर चिता पर बैठ गई।ईश्वर की कृपा से प्रहलाद का बाल भी बाँका न हुआ और होलिका जलकर राख हो
गई।उसी दिन से होली से एक दिन पहले लोग होलिका जलाते हैं।

2.होलिका को कौन - सा वरदान प्राप्त था?
3.हिरण्यकश्यप किसे मृत्युदंड दिया करता था?
4.ईश्वर की कृपा से क्या हुआ
5.हिरण्यकश्यप किस काम में असफल हुआ?
6.गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।

Answers

Answered by shakshigupta91
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Answer:

1. Holika ko aag me na jalne ka vardan praft tha

2.uske rajye me jo iswar ka Upasana karata use mrithu dand milta

3.Ishwar ki kripa se Prahlad ka ek bhi Bal baka na hua aur Holika jal kar mar gai

4. hiran Kashyap ka Prahlad ko marne ka kam asafal ho gaya

5.hume kisi se nahi jalna chahiye

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