1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूणे गए प्रश्नों के उत्तर उचित रूप से लिखिए -
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का निवास होता है। यदि आत्मिक बल चाहते हैं तो स्वास्थ्य की ओर
ध्यान देना हमारा परम कर्तव्य है। स्वस्तिका हमारे चरित्र के साथ घनिष्ठ संबंध है। स्वस्थ व्यक्ति ही
चरित्रवान हो सकता है। कारण स्पष्ट है कि स्वास्थ्य का आत्म संयम से संबंध है। आत्म संयम चरित्र
की सौदी है। यदि स्वास्थ्य नष्ट हुआ तो बहुत कुछ नष्ट हो गया। स्वस्थ व्यक्ति धन कमा सकता है
परंतु धनवान व्यक्ति धन से स्वास्थ्य नहीं खरीद सकता। व्यायाम स्वास्थ्य का सहोदर है। जिन व्यक्तियों
का व्यवसाय शारीरिक श्रम से संबंधित है उन्हें मस्तिष्क संबंधित व्यायाम और जिनका व्यवसाय मस्तिष्क
संबंधी है उन्हें शारीरिक व्यायाम अवश्य करना चाहिए। तन तथा मस्तिष्क जीवन रूपी
तराजू
के 2 पलड़े हैं
जिनका संतुलन होना अनिवार्य है। यह भी जान लेना आवश्यक है कि स्वास्थ्य रक्षा किस प्रकार हो सकती|
1. अपठित गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए.
2. मनुष्यके लिए स्वस्थ रहना क्यों आवश्यक है?
3. स्वास्थ्य का महत्व धन से भी अधिक क्यों है?
4.व्यायाम स्वास्थ्य का सहोदर है - कैसे?
5.मस्तिष्क' शब्द का वर्ण - विच्छेद कीजिए।
iv.
Answers
1. अपठित गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
➲ स्वास्थ्य मोती
2. मनुष्य के लिए स्वस्थ रहना क्यों आवश्यक है?
➲ मनुष्य के लिये स्वस्थ रहना इसलिये आवश्यक है, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन होता है, और आत्मबल मजूबत होता है।
3. स्वास्थ्य का महत्व धन से भी अधिक क्यों है?
➲ स्वास्थ्य का महत्व धन से अधिक होता है, क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति जब चाहे जितना धन कमा सकता है, लेकिन धनवान व्यक्ति धन से स्वास्थ्य नहीं खरीद सकता।
4.व्यायाम स्वास्थ्य का सहोदर है - कैसे?
➲ व्यायाम स्वास्थ्य का सहोदर इस प्रकार है कि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य का महत्व धन से भी अधिक इसलिए है क्योंकि स्वास्थ्य जल जाने पर धन नहीं कमाया जा सकता ।
5.मस्तिष्क' शब्द का वर्ण - विच्छेद कीजिए।
➲ मस्तिष्क का वर्ण विच्छेद इस प्रकार होगा...
मस्तिष्क ▬ म् + अ + स् + इ + त् + ष् + क + अ
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answer:
asgvvx6rc7fcuf uct7f
Explanation:
ct tfctf