1) निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 250 शब्दों में निबंध लिखिये।
किसी एक विषय की रूपरेखा लिखिए-
1) मेरा प्रिय मित्र
2) वृक्ष हमारे मित्र
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Answer:
मेरा प्रिय मित्र पर निबंध- mera priya mitra nibandh
Hindi essay on my best Friend.
मेरा नाम मोहित है। में कक्षा सात का छात्र हुँ। यू तो मेरी क्लास में बहुत से विद्यार्थी पढ़ते है लेकिन इस सब मे अर्जुन को में बहुत पसंद करता हूँ। वह मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। वह होशियार होने के साथ ही बहुत मेहनती भी है। वेसे भी जिसका कोई दोस्त नही होता वह बहुत दुर्भाग्यशाली होता है, और ऐसा जो मानता है कि उसके बहुत से मित्र है। लेकिन सच्चा मित्र किसी -किसी को ही मिलता है। पर में इस मामले में बहुत की ख़ुशनसीबी हुँ। क्योंकि मेरा मित्र अर्जुन सच्चा होने के साथ ही बहुत ईमानदार और मेहनती है।
अर्जुन मन का सुन्दर लड़का है। वह अच्छे परिवार से सम्बन्ध रखता है। उसके पिता सरकारी डॉक्टर है। उसकी माँ एक कॉलेज में अध्यपिका है। वह भी मुझे अत्यंत प्यार और स्नेह करता है। वह मेरी कोई भी परेशानी या उलझनें में मेरी बहुत मदद करता है। उसकी प्रसंशा सभी विद्यार्थी करते है। ऐसे मित्र बनाये नही जाते पहचाने जाते है। जिसे मेने पहचाना। ओर ऐसे मित्रो की मित्रता दिन व दिन बढ़ती हैं ना कि कम होती है।
वह सदैव साफ स्कूल की पोशाक पहनकर विद्यालय आता है। वह विद्यालय नियमित आता है। वह पढ़ने में भी होशियार है। उसका सपना बड़े होकर एक अच्छा व्यक्ति के साथ कुछ अच्छा कार्य करने वाला इंसान भी बनाना है। वह सदैव अपना गृहकार्य पूरा करता है। वह मेरा गृहकार्य करने में भी सहायता करता है। जब मुझे कोई परेशानी होती है। तो वो हमेशा मेरी मदद करता है। उसमें एक अच्छे मित्र के सभी गुण मौजूद है।
वह विद्यालय में भी अनुशासन के साथ रहता है। वह अपने अध्यपको की आज्ञा पालन करता है। वह उन्हें कभी किसी शिकायत का अवसर नही देता है। उसके सभी अध्यापक भी उसकी बहुत प्रशंसा करते है।
वह गरीब बच्चों की भी आर्थिक मदद करता है। वह धनी डॉक्टर का पुत्र है। किंतु उसे धनी होने का जरा सा भी घमंड नही है। वह कभी -कभी अपनी कक्षा के गरीब बच्चों की फ़ीस , ड्रेस तथा किताबों की व्यवस्था भी अपने पिताजी से कहकर करवाता है।
वह अच्छे विचारों तथा उत्तम स्वभाव का लड़का है। वह अपना समय कभी बर्बाद नही करता है। वह विद्यालय के विभिन्न्न खेलो में भी भाग लेता है । वह विद्यालय के क्रिकेट टीम का सदस्य है। उसे महापुरुषों की जीवनी पड़ने तथा उनसे प्रेरणा प्राप्त करने का शोक है । वह रोज समाचारपत्र भी पढ़ता है। वह मुझे भी अधिक पढ़ने ओर समय बर्बाद ना करने की सलाह देता है। वास्तव में अर्जुन मेरा सच्चा मित्र है। तथा ईशवर द्वारा दिया मुझे एक वरदान है।
वेसे भी जिस व्यक्ति का कोई दोस्त नही होता है वह बहुत दुर्भाग्यशाली होता है। और ऐसा व्यक्ति जो मानता है कि उसके कई मित्र है लेकिन सच्चा मित्र कोई नही है। वह उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यशाली है। एक चापलूस मित्र से भी अधिक बुरा होता है। सच्चे मित्र हमारे दुःखो को बाटते है व प्रसन्नता कई गुना करते है। ऐसे मित्र बनाये नही जाते ,पहचाने जाते है। उसकी मित्रता समय के साथ बढ़ती है। उन्ही मित्रो सा मेरा सच्चा मित्र अर्जुन है। जिसमें ये सभी गुण मौजूद है। और मुझे उसपे गर्व है।
वृक्ष हमारे मित्र :
भूमिका : पेड़ सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक हैं। हमारे पर्यावरण में पेड़ों का अलग महत्व है।
लाभ: जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, हमें पेड़ों से कई लाभ मिलते हैं। ऑक्सीजन जो हम अपने श्वसन के लिए ले रहे हैं, वह भी इन पेड़ों द्वारा प्रदान की जाती है। फूल, फल, लकड़ी और अन्य प्राकृतिक संसाधन भी इन पेड़ों द्वारा प्रदान किए जाते हैं। इन पेड़ों द्वारा मौसम को स्थिर भी किया जाता है और इन पेड़ों द्वारा मिट्टी के कटाव को भी रोका जाता है। सरल शब्दों में, हमारे पर्यावरण के पेड़ों से हमें असीमित लाभ होते हैं।
समस्या: हमारे पर्यावरण के पेड़ों पर विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं। लगातार हो रहे वनों की कटाई और पर्यावरण प्रदूषण हमारे पर्यावरण की वनस्पति को ख़राब कर रहा है। गुजरते समय के साथ यह समस्या बहुत गंभीर होती जा रही है और वैश्विक वनस्पति भारी मात्रा में क्षतिग्रस्त हो रही है।
समाधान: उपर्युक्त समस्याओं का समाधान, वनों की कटाई को रोकना और हमारे पर्यावरण की महत्वपूर्ण वनस्पति की रक्षा के लिए सख्त कानून पारित करना है।
उपसंहार : उपर्युक्त चर्चा से हमें एक स्पष्ट विचार मिला कि वृक्ष हमारे महान मित्र हैं। इसीलिए, हमें उनकी उचित देखभाल करने और अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए वनों की कटाई को रोकने की आवश्यकता है।