Hindi, asked by jitenderkumar0084, 1 month ago

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-

(क) भाषा किसे कहते हैं?

(ख) राजभाषा किसे कहते हैं?

(ग) भाषा के लिखित रूप का महत्त्व बताइए।

(घ) लिपि से क्या तात्पर्य है?

(ङ) व्याकरण का अध्ययन क्यों आवश्यक है?

(च) भाषा और बोली में अंतर स्पष्ट कीजिए।

(छ) संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का क्या स्थान है?​

Answers

Answered by mithileshjha670
1

Explanation:

भाषा किसे कहते हैं?

(ख) राजभाषा किसे कहते हैं?

(ग) भाषा के लिखित रूप का महत्त्व बताइए।

(घ) लिपि से क्या तात्पर्य है?

(ङ) व्याकरण का अध्ययन क्यों आवश्यक है?

(च) भाषा और बोली में अंतर स्पष्ट कीजिए।

(छ) संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का क्या स्थान है

Answered by Anonymous
7

Answer:

  1. भाषा वह साधन है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं और इसके लिये हम वाचिक ध्वनियों का प्रयोग करते हैं। भाषा, मुख से उच्चारित होने वाले शब्दों और वाक्यों आदि का वह समूह है जिनके द्वारा मन की बात बताई जाती है।
  2. राजभाषा, किसी राज्य या देश की घोषित भाषा होती है जो कि सभी राजकीय प्रयोजनों में प्रयोग होती है।
  3. ज्ञान-विज्ञान को सहेजने के लिए भाषा का लिखित रूप अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुनियाभर में कई सभ्यताएँ बसी और समय की गति में उजड़ गई, परंतु जिन सभ्यताओं का इतिहास लिखित रूप में दर्ज था वो आज भी अमर हैं और उनका ज्ञान आज भी कई संदर्भों में व्यावहारिक साबित होता है।
  4. लिपि या लेखन प्रणाली का अर्थ होता है किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। ... भाषा वो चीज़ होती है जो बोली जाती है, लिखने को तो उसे किसी भी लिपि में लिख सकते हैं।
  5. व्याकरण वह विद्या है जिसके द्वारा किसी भाषा को शुद्ध बोला, पढ़ा और शुद्ध लिखा जाता है। किसी भी भाषा के लिखने, पढ़ने और बोलने के निश्चित नियम होते हैं। भाषा की शुद्धता व सुंदरता को बनाए रखने के लिए इन नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। ... व्याकरण भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
  6. बोली और भाषा में सामान्य अंतर
  7. भाषा में व्याकरण होता है किंतु बोली में नहीं होता। भाषा की लिपि होती है किंतु बोली कि नहीं होती। भाषा विस्तृत होती है किंतु बोली क्षेत्रीय होती है। भाषा नियमों की मोहताज होती है किंतु बोली नहीं होती।
  8. संपर्क भाषा के रूप में हिंदी की भूमिका हिंदी का वर्तमान गौरवपूर्ण है। उसकी भूमिका आज भी सामान्य-जन को जोड़ने में सभी भाषाओं की अपेक्षा सबसे अधिक कारगर है। एक भाषा-भाषी जिस भाषा के माध्यम के किसी दूसरी भाषा के बोलने वालों के साथ संपर्क स्थापित कर सके, उसे संपर्क-भाषा (Link Language) कहते हैं।

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