Hindi, asked by sarikarajni66, 1 month ago

1 निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या
. कीजिए
अरुणोदय की पहली लाली इसको ही चूम
निखर जाती|फिर संध्या की अंतिम लाली
इस पर ही झूम बिखर जाती |इन शिखरों
की माया ऐसी जैसे प्रभात संध्या वैसी
अमरों को फिर चिंता कैसी ?
इस धरती का हर लाल खुशी से उदय-असत
अपनाता है।
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा
ही नाता हैहै।

Answers

Answered by bhardwajakash694
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Answer:

do not know no interest in hindi

Explanation:

sorry,I can not

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