History, asked by ak9266953, 11 months ago

(1) राजा राज्य का एक रक्षक था, स्वामी नहीं (The King as a Protector andr
the Owner ofa State)- प्राचीन काल में राज्य को एक प्रकार से एक थाती के रूप में र
के स्वामित्व में रख दिया जाता था। वह इसकी रक्षा करने वाला था। राज्याभिषेक के समय र
को यह सदोपदेश दिया जाता था कि, "तुम प्रजा के कल्याणकर्ता हो। यह राज्य तुमको इस
प्रदान किया जाता है कि तुम प्रजा का कल्याण करो।" राजा का राजकोष पर कोई अधि
न था। यह उसकी स्वयं की सम्पत्ति न थी। यह एक थाती थी, जिसको कि वह प्रजा के
नियोजित करता था। शक्राचार्य ने लिखा है कि राजा को प्रजा का धन प्रजाहित में व्यय क​

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Answered by rajivrtp
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Answer:

fill in the blanks

Explanation:

राजा , लिए, कार, (अधिकार), हित के लिए, करना चाहिए

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