1. योग के आठों अंगों के नाम लिखिए।
2. यम कितने हैं? प्रत्येक का नाम लिखकर उसका अर्थ बताएँ।
3. अहिंसा का सम्बन्ध मनोवृत्ति से है, क्रिया से नहीं। इसे उदाहरण
द्वारा स्पष्ट करें।
4. अस्तेय तथा अपरिग्रह का क्या सम्बन्ध है?
5. ब्रह्मचर्य का क्या महत्त्व है?
नैतिक शिक्षा (कक्षा-8) Ch 10
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Answer:
यह आठ अंग हैं- (1) यम (2)नियम (3)आसन (4) प्राणायाम (5)प्रत्याहार (6)धारणा (7) ध्यान (8)समाधि।
मन, वचन और कर्म से इस प्रवृत्ति को त्यागना ही अपरिग्रही होना है। अंत त: : उक्त पाँच 'यम' कहे गए है यह अष्टांग योग का पहला चरण है। यम को ही विभिन्न धर्मों ने अपने-अपने तरीके से समझाया है किंतु योग इसे समाधि तक पहुँचने की पहली सीढ़ी मानता है।
अहिंसा क संबंध मनोवृती से है क्रिया से नहीं
Explanation: अहिंसा एक प्राचीन योगाभ्यास है। पतंजलि ने अपने योग सूत्र में, लगभग 2200 ईसा पूर्व लिखा था कि "हिंसा से इनकार करना, चोरी से इनकार करना, लोभ से इनकार करना, सच्चाई और निरंतरता के साथ, योग के अभ्यास के नियमों का गठन करना
उन अंगों में 'अस्तेय' और 'अपरिग्रह' तीसरे और पांचवें उपांग हैं। इन दोनों का जीवन में बहुत ही महत्व है। योग का सिद्धांत है कि 70% से अधिक लोग मानसिक अवस्था के कमजोर होने के कारण होते हैं। अगर शरीर मानसिक रूप से स्वस्थ है तो रोगों का आक्रमण कम होता है।
ब्रह्मचर्य के पालन से शारीरिक बल बढ़ता है, स्किन में ग्लो आता है। बीमारियों से लड़ने की शरीर की क्षमता में वृद्धि होती है। मौसमी बीमारियां जल्दी से परेशान नहीं। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोग लंबी आयु जीते हैं, ऐसी मान्यता है।