10. जल के वैद्युत अपघटन में:
() कैथोड़ तथा एनोड पर एकत्रित गैस का नाम बताइए।
(i) एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरो से दोगुनी क्यों है ?
(ii) जल में कुछ बूंदें तनु H,SO, क्यों डाली जाती हैं?
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जब फैराडे ने नमक को पिघलाकर उसका विद्युत विच्छेदन किया तो कैथोड पर सोडियम और एनोड पर क्लोरीन गैस जमा हुई।
क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी से दोगुनी इसलिए है क्योंकि जल के विद्युत अपघटन में हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन 2 : 1 की मात्रा में प्राप्त होती है। विद्युत अपघटन प्रक्रिया में हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का मोलर अनुपात 2 : 1 है।
जल के अवशोषण में अत्यधिक ऊष्मा का क्षेपण होता है, जिससे अम्ल का विलयन बहुत गरम हो जाता है। सांद्र सलफ़्यूरिक अम्ल प्रबल ऑक्सीकारक होता है। ऑक्सीजन के निकल जाने से यह सलफ़्यूरस अम्ल बनता है, जिससे सल्फ़र डाइऑक्साइड निकलता है। अनेक धातुओं पर सलफ़्यूरिक अम्ल की क्रिया से सल्फ़र डाइऑक्साइड प्राप्त होता है।
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