10 रुः बाजार कीमत पर एक फर्म निर्गत की 4 इकाइयों की पूर्ति करती है। बाज़ार कीमत बढ़कर 30 रु हो जाती है। फर्म की पूर्ति की कीमत लोच 1.25 है। नई कीमत पर फर्म कितनी मात्रा की पूर्ति करेगी?
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Answer:
किसी भी दी हुई बाज़ार कीमत पर, फर्म अब निर्गत. की अधिक इकाइयों की पूर्ति करती है। 4.5.2 आगत कीमतें . आगत
10 रुः बाजार कीमत पर एक फर्म निर्गत की 4 इकाइयों की पूर्ति करती है। बाज़ार कीमत बढ़कर 30 रु हो जाती है। फर्म की पूर्ति की कीमत लोच 1.25 है। नई कीमत पर फर्म कितनी मात्रा की पूर्ति करेगी?
प्रश्न में दिया गए अनुसार
P(price) कीमत = 10 रुपए
Q(Quantity) मात्रा = 4 इकाइयाँ
ΔP= कीमत में परिवर्तन
ΔP=(30 रुपए -10 रुपए) 20 रुपए
पूर्ति की कीमत लोच (Es)=1.25
अत:
(Es)=P/Q×ΔQ/ΔP
1.25 = 10/4 ×ΔQ/20
ΔQ=10
पूर्ति की नई मात्रा = पूर्ति की मात्रा + पूर्ति में परिवर्तन (Q+ΔQ)
= 4+10 =14 इकाइयाँ
नई कीमत पर फर्म की मात्रा की पूर्ति = 14 इकाइयाँ होगी|
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10 रु प्रति इकाई बाजार कीमत पर एक फर्म की संप्राप्ति 50 रुपये है। बाजार कीमत बढ़कर 15 रु हो जाती है और अब फर्म को 150 रु. की संप्राप्ति होती है। पूर्ति वक़ की कीमत लोच क्या है?