10 sentences on Mynah in hindi
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तैलियर, या स्टालिंग:- इसे अपनी मीठी बोली के कारण अंग्रेज़ी साहित्य में वही स्थान प्राप्त है, जो हमारे यहाँ पहाड़ी मैना को है। किलहँटा, या देशी मैना:- बस्ती बाग़ में रहनेवाला यह बहुत प्रसिद्ध पक्षी है। चुहों, या हरिया मैना:- यह जलाशयों और गाय बैलों के आस-पास रहने वाली पक्षी है। अबलखा मैना:- काली और सफ़ेद पोशाक वाली पक्षी है। पवई:- यह बहुत मीठी बोली बोलने वाली पक्षी है।
पहाड़ी मैना या सारिका शाखाशायी गण के ग्रेकुलिडी कुल का प्रसिद्ध पक्षी है, जो अपनी मीठी बोली के कारण शौकीनों द्वारा पिंजड़ों में पाला जाता है। अंग्रेजी साहित्य में स्टालिंग को जो स्थान प्राप्त है, वही इस मैना को हमारे साहित्य में मिला हैं। यह गिरोह में रहने वाला पक्षी है, जो हमारा देश छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाता। इसकी कई जातियाँ भारत में पाई जाती हैं, जिनमें थोड़ा ही भेद रहता है। मैना का सारा शरीर चमकीला काला रहता है, जिसमें बैंगनी और हरी झलक रहती है। डैने पर एक सफेद चिता रहता है और आँखों के पीछे से गुद्दी तक फीते की तरह पीली खाल बढती रहती है। इसका मुख्य भोजन तो भारत के फल-फूल और कीड़े मकोड़े हैं, लेकिन यह फूलों का रस भी खूब पीती है। मादा फरवरी से मई के बीच में दो-तीन नीली छौंह हरे रंग के अंडे देती है।
पहाड़ी मैना या सारिका शाखाशायी गण के ग्रेकुलिडी कुल का प्रसिद्ध पक्षी है, जो अपनी मीठी बोली के कारण शौकीनों द्वारा पिंजड़ों में पाला जाता है। अंग्रेजी साहित्य में स्टालिंग को जो स्थान प्राप्त है, वही इस मैना को हमारे साहित्य में मिला हैं। यह गिरोह में रहने वाला पक्षी है, जो हमारा देश छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाता। इसकी कई जातियाँ भारत में पाई जाती हैं, जिनमें थोड़ा ही भेद रहता है। मैना का सारा शरीर चमकीला काला रहता है, जिसमें बैंगनी और हरी झलक रहती है। डैने पर एक सफेद चिता रहता है और आँखों के पीछे से गुद्दी तक फीते की तरह पीली खाल बढती रहती है। इसका मुख्य भोजन तो भारत के फल-फूल और कीड़े मकोड़े हैं, लेकिन यह फूलों का रस भी खूब पीती है। मादा फरवरी से मई के बीच में दो-तीन नीली छौंह हरे रंग के अंडे देती है।
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